मुहब्बत का कुछ आग़ाज़ हो जाये मोहब्बत की कुछ परवाज़ हो जाये मिलते है हज़ारो लोग रोज़ ही मगर कोटा का नाम मुहब्बत का सरताज हो जाये
राजस्थान का दिल कोटा और कोटा का दिल अगर कहा जाये तो वहां के रहने वाले लोग इन्होने आज फिर मुझे महसूस करा दिया की किले या प्राचीन धरोहर के लिए नहीं कोटा मोहब्बत पे राज करने वालो के नाम से भी जाना जाता है और उस नाम में मुझे आज जनाब ए. जी. मिर्ज़ा और उनके दोनों ख़िदमतगुज़ार बेटे जनाब अज़हर मिर्ज़ा और मज़हर मिर्ज़ा के नाम जाता है कोटा में सर्वोदय एजुकेशन ग्रुप के साथ कई कॉलेज, स्कूल के मालिक होने के साथ आपने अपनी ख्याति कोटा राजस्थान ही नहीं विश्व के बड़े नामचीन एजुकेशन ग्रुप में अपना लिखा रखा है आपकी नर्मदिली और हर समाज हर मिल्लत की मदद के साथ आप ने राजस्थान के कई मस्जिदों में मीनारे लगाने का काम किया है बहुत साडी मशरूफियत के साथ पिता के पद चिन्न्हो पे चलते हुए बेटो ने आज मेरे और मेरे दोस्त भाई ज़ुबैदुर रहमान उर्फ़ बब्बन मिया के साथ जो वक़्त और खुश अख़लाक़ी साथ वक़्त दिया मई आपका बहुत शुक्रग़ुज़ार हु मेहमान नवाज़ी अगर सीखनी हो तो आप से सीखे। इसके साथ कोटा जब गए फिर बाकी जो मिलने वाले लोग थे उन्होंने भी बढ़ चढ़ के जो मोहब्बत दिखाई शायद मरते डैम तक वह क़र्ज़ न चूका पाऊं जैसे अख्तर अकेला साहब, मुज़फ्फर राईन, एडवोकेट ज़हीर साहब, कॉउन्सिलर हुसैन भाई, और शफी साहब (राष्ट्रिय महासचिव SDPI ) ने अपनी मोहब्बत से नवाज़ा मगर वही कुछ नए लोगो से तार्रुफ़ भी हुआ जिनकी शख्सियत अपने आप में तार्रुफ़ की मोहताज़ नहीं है फिर मई सर्वोदय टीम से जुड़े लोग, उनके स्टाफ और साथ ही उनके टीचर और स्कूल के बच्चो का शुक्रगुज़ार हूँ..... कोटा और कोटा के लोगो का धन्यवाद
राजस्थान का दिल कोटा और कोटा का दिल अगर कहा जाये तो वहां के रहने वाले लोग इन्होने आज फिर मुझे महसूस करा दिया की किले या प्राचीन धरोहर के लिए नहीं कोटा मोहब्बत पे राज करने वालो के नाम से भी जाना जाता है और उस नाम में मुझे आज जनाब ए. जी. मिर्ज़ा और उनके दोनों ख़िदमतगुज़ार बेटे जनाब अज़हर मिर्ज़ा और मज़हर मिर्ज़ा के नाम जाता है कोटा में सर्वोदय एजुकेशन ग्रुप के साथ कई कॉलेज, स्कूल के मालिक होने के साथ आपने अपनी ख्याति कोटा राजस्थान ही नहीं विश्व के बड़े नामचीन एजुकेशन ग्रुप में अपना लिखा रखा है आपकी नर्मदिली और हर समाज हर मिल्लत की मदद के साथ आप ने राजस्थान के कई मस्जिदों में मीनारे लगाने का काम किया है बहुत साडी मशरूफियत के साथ पिता के पद चिन्न्हो पे चलते हुए बेटो ने आज मेरे और मेरे दोस्त भाई ज़ुबैदुर रहमान उर्फ़ बब्बन मिया के साथ जो वक़्त और खुश अख़लाक़ी साथ वक़्त दिया मई आपका बहुत शुक्रग़ुज़ार हु मेहमान नवाज़ी अगर सीखनी हो तो आप से सीखे। इसके साथ कोटा जब गए फिर बाकी जो मिलने वाले लोग थे उन्होंने भी बढ़ चढ़ के जो मोहब्बत दिखाई शायद मरते डैम तक वह क़र्ज़ न चूका पाऊं जैसे अख्तर अकेला साहब, मुज़फ्फर राईन, एडवोकेट ज़हीर साहब, कॉउन्सिलर हुसैन भाई, और शफी साहब (राष्ट्रिय महासचिव SDPI ) ने अपनी मोहब्बत से नवाज़ा मगर वही कुछ नए लोगो से तार्रुफ़ भी हुआ जिनकी शख्सियत अपने आप में तार्रुफ़ की मोहताज़ नहीं है फिर मई सर्वोदय टीम से जुड़े लोग, उनके स्टाफ और साथ ही उनके टीचर और स्कूल के बच्चो का शुक्रगुज़ार हूँ..... कोटा और कोटा के लोगो का धन्यवाद


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