अल्लाह का शुक्र है के मेरी बूढी शरीक ऐ हयात ,,की मोतियाबिंद आँख का सफल
ऑपरेशन आज खेर से हो गया ,,सुवि नेत्र चिकित्सालय के विशेषज्ञ नेत्र शल्य
चिकित्सक डॉक्टर सुरेश पांडेय ने आज सभी औपचारिक जांचों के बाद ,,ऑपरेशन
कर नया लेंस लगाकर फिर से मेरी शरीक ऐ हयात को जवान आँख वाली ,यानी मुझे
फिर से वोह आँखे दिखाएंगी ,मुझ पर गुर्राएंगी ऐसी परफेक्ट कर दिया
,,शुक्र है अल्लाह का ,, डॉक्टर सुरेश पांडेय ने पारिवारिक माहौल में
बातचीत के दौरान ही ,सहज वातावरण में ऑपरेशन भी कर दिया और पता भी
नहीं चला ,यह एक मनोवैज्ञानिक चिकित्सा कला भी मुझे मेरी डॉक्टर बिटिया
जवेरिया अख्तर के साथ जानने को मिली , ,बिटिया जवेरिया मेडिकल कॉलेज में
दीपावली की छुट्टी होने से कोटा में ही है और वोह भी मोटिवेशन ,, अम्मी की
हिम्मत के लिए अम्मी के साथ ऑपरेशन थियेटर में मौजूद रही ,,महंगी फेको मशीन
,सफलतम मल्टीफोकल लेंस प्रत्यर्पण के साथ ,,डॉक्टर सुरेश पांडेय का सफलतम
आरपेशन एक विशेषज्ञ हुनर ही कहा जाएगा ,,ऑपरेशन के दौरान बिटिया डॉक्टर
जवेरिया अख्तर को भी प्रेक्टिकल सिखाया गया ,लेंस ,मशीनों का संचालन
,,दोनों पैर ,दोनों हाथों से मशीन और कैटरैक काटने ,दवा डालने ,फिर लेंस
डालने ,आँख की अंदर से सफाई करने सहित ,,मरीज़ को उसकी इच्छित वार्तालाप
में लगाकर उसके दिल से ऑपरेशन का खौफ निकलकर बातों ही बातों में आरपेशन
असहज से सहज बनाकर करने का हुनर बिटिया डॉक्टर जवेरिया अख्तर ने सीखा ,,
महत्वपूर्ण बात यह है के डॉक्टर सुरेश पांडेय सभी शल्य चिकित्सा के पूर्व
सभी जांचों के साथ डॉक्टर निपुण बागरेचा रेटिना विशेषज्ञ ,, पत्नी
डॉक्टरविदुषी पांडेय से भी कॉमन चिकित्सा डिस्कशन करते है , ऑपरेशन के
पूर्व मरीज़ ,उनके साथ आने वाले तीमारदारों को ,उनके सहयोगी राजेश भाई ,,आँख
की बिमारी से लेकर आँख के इलाज और बदलती चिकित्सा का पाठ पढ़ाते है ,फिर
हर ऑपरेशन का लाइव टेलीकास्ट परिजनों के सामने होता है , जबकि हर परिवार
,हर मरीज़ को ,आँख की उपयोगिता के बारे में बताकर ,नेत्रदान के लिए
राष्ट्रीय कार्यकम , नेत्रदान महादान के लिए , मोटिवेशन किया जाता है
,,डॉक्टर सुरेश पांडेय कहते है ,,एक आँख से दो लोगों की आँखों की रौशनी
वापस आ सकती है ,,श्रीलंका में विश्व के सर्वाधिक नेत्रदान होते है ,जबकि
अब यहाँ इस तरह के डेमो और मोटिवेशन से नेत्रदान के प्रति लोगों का रूहझान
भी बढ़ा है ,, डॉक्टर सुरेश पांडेय ,डॉक्टर विदुषी पांडेय ,निपुण बागरेचा
,सहयोगी राजेश भाई सहित सभी नर्सिंग और सहयोगी स्टाफ का शुक्रिया ,,खासकर
मेरी डरपोक शरीक ऐ हयात का , बातों ही बातों में बिटिया डॉक्टर जवेरिया
अख्तर की उपस्थिति में सहज शल्य चिकित्सा के लिए डॉक्टर सुरेश पांडेय को
बधाई और अल्लाह का एक बार फिर शुक्रिया ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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