चैत्रे नवम्यां प्राक् पक्षे दिवा पुण्ये पुनर्वसौ ।
उदये गुरुगौरांश्चोः स्वोच्चस्थे ग्रहपञ्चके ॥
मेषं पूषणि सम्प्राप्ते लग्ने कर्कटकाह्वये ।
आविरसीत्सकलया कौसल्यायां परः पुमान्
महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियाँ थीं लेकिन बहुत समय तक कोई भी राजा दशरथ को संतान का सुख नहीं दे पायी थी। जिससे राजा दशरथ बहुत परेशान रहते थे। पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ को ऋषि वशिष्ठ ने कमेष्टि यज्ञ कराने को विचार दिया। इसके पश्चात् राजा दसरथ ने महर्षि रुशया शरुंगा से यज्ञ कराया।
यज्ञ समाप्ति के बाद महर्षि ने दशरथ की तीनों पत्नियों को एक-एक कटोरी खीर खाने को दी। खीर खाने के कुछ महीनों बाद ही तीनों रानियाँ गर्भवती हो गयीं। ठीक 9 महीनों बाद राजा दशरथ की सबसे बड़ी रानी कौशल्या ने राम को जो भगवान विष्णु के सातवें अवतार थे, कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने जुड़वा बच्चों लक्ष्मण और शत्रुघ्न को जन्म दिया। भगवान राम का जन्म धरती पर दुष्ट प्राणियों को खत्म करने के लिए हुआ था। मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जन्म दिवस पर सभी को बधाई मुबारकबाद ,,राम जी की कृपा ऐसी हो के इस देशवासियों को ,,उनके उपासको को ,राम जी के बताये हुए मर्यादित ,सैद्धांतिक चलने की तौफ़ीक़ अता हो ,,मर्यादाओं में रहकर दुश्मन का अंत हो ,,,ज्ञानी दुश्मन से भी उसके ज्ञान की सीख का संदेश ,माता के प्रति ताबेदारी ,,पिता के प्रति वफ़ादारी ,पत्नी के प्रति प्रेम का भाव हो ,,भाइयों के प्रति प्रेम ,,प्रजा के प्रति इन्साफ हो ,बिना किसी भेदभाव ,बिना किसी पक्षपात ,,बेईमानी के सभी के लिए इंसाफ ,सभी के लिए राज्य की सुविधाएं हो ,,,यानी राम राज हो ,राम राज हो ,रावण का कुम्भकर्ण का ,,अंत हो ,अंत हो ,,एक बार फिर भाइयों को बधाई ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
उदये गुरुगौरांश्चोः स्वोच्चस्थे ग्रहपञ्चके ॥
मेषं पूषणि सम्प्राप्ते लग्ने कर्कटकाह्वये ।
आविरसीत्सकलया कौसल्यायां परः पुमान्
महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियाँ थीं लेकिन बहुत समय तक कोई भी राजा दशरथ को संतान का सुख नहीं दे पायी थी। जिससे राजा दशरथ बहुत परेशान रहते थे। पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ को ऋषि वशिष्ठ ने कमेष्टि यज्ञ कराने को विचार दिया। इसके पश्चात् राजा दसरथ ने महर्षि रुशया शरुंगा से यज्ञ कराया।
यज्ञ समाप्ति के बाद महर्षि ने दशरथ की तीनों पत्नियों को एक-एक कटोरी खीर खाने को दी। खीर खाने के कुछ महीनों बाद ही तीनों रानियाँ गर्भवती हो गयीं। ठीक 9 महीनों बाद राजा दशरथ की सबसे बड़ी रानी कौशल्या ने राम को जो भगवान विष्णु के सातवें अवतार थे, कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने जुड़वा बच्चों लक्ष्मण और शत्रुघ्न को जन्म दिया। भगवान राम का जन्म धरती पर दुष्ट प्राणियों को खत्म करने के लिए हुआ था। मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जन्म दिवस पर सभी को बधाई मुबारकबाद ,,राम जी की कृपा ऐसी हो के इस देशवासियों को ,,उनके उपासको को ,राम जी के बताये हुए मर्यादित ,सैद्धांतिक चलने की तौफ़ीक़ अता हो ,,मर्यादाओं में रहकर दुश्मन का अंत हो ,,,ज्ञानी दुश्मन से भी उसके ज्ञान की सीख का संदेश ,माता के प्रति ताबेदारी ,,पिता के प्रति वफ़ादारी ,पत्नी के प्रति प्रेम का भाव हो ,,भाइयों के प्रति प्रेम ,,प्रजा के प्रति इन्साफ हो ,बिना किसी भेदभाव ,बिना किसी पक्षपात ,,बेईमानी के सभी के लिए इंसाफ ,सभी के लिए राज्य की सुविधाएं हो ,,,यानी राम राज हो ,राम राज हो ,रावण का कुम्भकर्ण का ,,अंत हो ,अंत हो ,,एक बार फिर भाइयों को बधाई ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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