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20 मार्च 2019

वस्त्र रंग चुके बहुत अब तक।

वस्त्र रंग चुके बहुत अब तक।
मन रंग सको तो अब होली है।।प्रेम से गले मिल सको किसी से तो होली है।
पोछ सको यदि आँसू किसी के तो होली है।
दुश्मन बहुत हैं, मित्र बना सको तो होली है।
वीरान जिँदगी में रंग भर सको तो होली है
आँसू रोक किसी का हाथ थाम सको तो होली है।
उदास चेहरे पर मुस्कान ला सको तो होली है।
जीवन में सरल रह सको तो होली है।
खुद भी मुस्कुरा सको तो तो होली है।।
होली है,होली है, होली है.।।
* होली की हार्दिक शुभकामनाएं*
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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