आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

09 दिसंबर 2018

मोहब्बत में आज में

मोहब्बत में आज में
अपना सब कुछ हार आया हूँ ,
वोह मुस्कुराहटें ,,
वोह खिलखिलाहटें
वोह ज़िद , वोह अरमान
वोह ख्वाब , वोह ख्वाहिशें
वोह सांसे ,,वोह धड़कने ,वोह रूह
सब कुछ जो मेरा था
वोह में मोहब्बत में
हार आया हूँ ,, अख्तर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...