ज़िदंगी एक दौड़ है ,,, इस दौड़ में खुशहाली के साथ कामयाब वही है जो परिवार
के साथ खुशहाली के साथ दौड़ता है ,सालगिरह के खूबसूरत ,,खुशनुमा माहौल में
भाई संजय शर्मा की परिवार के साथ यह मुस्कान ,यह मोहब्बत ,प्यार ,खुशहाली
,हमेशा ज़िंदाबाद रखे ,,,जी हाँ दोस्तों में बात कर रहा हूँ हमारे अनुज भाई
संजय शर्मा पत्रकार की ,जो वर्तमान में चंबल संदेश अख़बार के ज़रिये
,,पत्रकारिता के समूह के नियंत्रक कुशल सम्पादक बनकर ,कोटा संभाग के पाठको
को चंबल के सभी संदेश बखूबी कामयाबी के साथ पहुंचा रहे है ,कोटा
में पत्रकारिता की ऊँगली पकड़ कर क ,ख ,ग सीखने वाले भाई संजय शर्मा की
प्रतीभा ही है ,के उन्होंने सीखने के इस युग में पीछे मुड़कर नहीं देखा ,और
दैनिक राजस्थान पत्रिका के प्रमुख पत्रकार के सफर के बाद ,अपना पड़ाव चंबल
संदेश के मुख्य सम्पादक के रूप ठहराया ,,संजय शर्मा जो कभी पत्रकारिता की क
,,ख ,ग की बारह खडी सीख रहे थे ,आज माशा अललाह पत्रकारिता में पी एच डी ,,
पूरी पत्रकारिता के जीवन में बेदाग छवि वाले पत्रकार संजय शर्मा पर
रिपोर्टर से लेकर ,,सम्पादक ,मुख्यसंपादक के कार्यकाल में किसी अधीनस्थ
पत्रकार साथी ,,सियासी पार्टी या निजी व्यक्ति ने कभी कोई पक्षपात का आरोप
नहीं लगाया ,बहुपक्षीय खबरों का सम्पादन ,उनका वर्जन ,सटीक रिपोर्टिंग
,अल्फ़ाज़ों की कसावट ,पत्रकारिता की निष्पक्षता ,हर खबर में पत्रकारिता के
छः क ,,कब ,क्यों ,कहाँ ,कैसे ,किसने ,किसलिए सभी का जवाब ,,इनकी सम्पादन
की प्रमुख कला है ,,संजय ,,महाभारत के संजय की तरह ,,जीवंत ,निष्पक्ष
रिपोर्टिंग के लिए अपनी अलग ,अनूठी पहचान रखते है ,,भाई संजय शर्मा के
अधीनस्थ पत्रकारों में इनके प्रशिक्षित साथी आज प्रमुख स्थानों पर है
,मृदुल स्वभावी ,,सहज ,सरल ,,,खोजपूर्ण निगाहें ,अल्फ़ाज़ों को पिरोकर अपनी
बात खूबसूरती से कहने का हुनर ,इनकी खासियत ,है लेकिन पत्रकारिता की
निष्पक्षता ,सिद्धांतों की पालना में ज़िद्दी इतने के किसी भी तरह से ,किसी
भी व्यक्ति से ,किसी भी सियासी पार्टी के प्यादे से कभी कोई समझौता नहीं
,कभी कोई पक्षपात नहीं ,भाई संजय की यही अदा ,उन्हें दूसरे सभी पत्रकारों
से अलग ,,जुदा ,,महत्वपूर्ण बना देती है ,,भाई संजय शर्मा की आज सालगिरह है
,उनकी योम ऐ पैदाइश का दिन है ,सभी साथी ,परिवार के लोग ,उनके अपने
पत्रकार साथी उन्हें बधाइयां ,,मुबारकबाद दे रहे है ,मेरा अपना अंदाज़ है
,मेरे अपने अंदाज़ में मेरे भाई अनुज संजय शर्मा को उनके जन्म दिन के मौके
पर बधाई ,,मुबारकबाद ,दुआए ,तुम जियो हज़ारो साल ,साल के दिन हो पचास हज़ार ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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