आपका-अख्तर खान

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16 अप्रैल 2018

लम्हा लम्हा

लम्हा लम्हा
याद हो तुम ,,
लम्हा लम्हा
आस हो तुम ,,
लम्हा लम्हा
पास हो तुम
एक तुम ही हो
किसी ओर के लिए
छोड़कर
दूर चले गए ,,अख्त

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