कोटा में डेंगू के प्रकोप का जानलेवा साबित हो रहा है ,,एहतियाती क़दम
अंगूठा बता रहे है ,,निजी अस्पतालों में सेकड़ो मरीज़ आ चुके है ,,प्रशासन न
कुछ कर रहा है न ही डेंगू का प्रकोप मान रहा है ,उलटे जांच के फ़र्ज़ी आंकड़े
दे रहा है ,,,हालात यह है के विज्ञाननगर जैसी फोश कॉलोनी के मेन रोड पर ही
एक प्लाट २ थ 16 को डेंगू के मच्छर पालन का केंद्र बना दिया गया है ,कोटा
के एक दैनिक अख़बार में डेंगू के बचाव और प्रशासनिक लापरवाही के साथ
प्रशासन को चेताने की खबरे रोज़ प्रकाशित हो रही है लेकिन नतीजा
ज़ीरो रहा है ,,,,आज इस अख़बार की हास्यास्पद खबर जिसमे पचास हज़ार घरों में
चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों ने सर्वे कर लोगो को डेंगू से बचने के लिए
चेताया अजीब मज़ाक़ लगी ,,चिकित्सा कर्मचारी कब किस परिवार में गए इसका कोई
प्रमाणित लेखा जोखा भी नहीं है ,,खेर शहर के सभी हिस्सों में अब तक नगर
निगम ,नगर विकास न्यास ,,चिकित्सा विभाग ,,सार्वजनिक निर्माण विभाग ,,सहित
संबंधित विभागों ने गड्डे ,,खली प्लाट जहाँ पानी भरा है ,,उन्हें चिन्हित
कर खाली नहीं करवाए ,है ,विज्ञाननगर मेन रोड बृजवासी मिष्ठान भंडार के पास 2
थ 16 जहां से रोज़ हज़ारो ज़िम्मेदारो ,,पत्रकारों ,,पुलिस अधिकारियो
,,चिकित्सा अधिकारियों ,प्रशासनिक अधिकारियो का आना जाना है ,,चौराहे के
पास स्थित इस डेंगू मच्छर पालन केंद्र खाली प्लाट के पास रोज़ स्थानीय नेताओ
के साथ शहर के सभी नेताओ की बैठके होती है ,,पुलिस बीट केंद्र होने से दिन
रात यहां पुलिसकर्मी तैनात रहते है ,,,अधिकारियों ,,पत्रकारों की इस
क्षेत्र में लगातार आवाजाही है ,,इस क्षेत्र के सभी निवासी ,,इस प्लाट पर
पल रहे डेंगू मच्छर और दूसरी महामारियों के कीटाणुओं से पीड़ित और चिंतित तो
है ,,पास ही सरकारी डिस्पेंसरी ,,थाना भी है ,,स्कूल ,व्यापारिक केंद्र और
बस्तिया भी है ,,लेकिन कोई भी इसकी शिकायत करने का साहस नहीं कर रहा है
,,इस क्षेत्र के पार्षद ,,पार्षद पति ,,उनके मित्र ,,कार्यकर्ता ,,,,विधायक
,,सांसद के निकटतम लोग ,,कांग्रेस के हारे हुए प्यादे बढ़ी बढ़ी बातें तो
करते है ,,लेकिन जनहितकारी ,,जन स्वास्थ्यकारी ,,इस व्यवस्था पर उनका ध्यान
नहीं है ,,नज़दीक ही मेडिकल स्टोर की दवाओं की बिक्री तो बढ़ रही है ,,लेकिन
वोह खुद भी इस प्लाट पर ,,डेंगू मच्छर पालन केंद्र से दुखी होकर कहते ,है
,कभी यह बीमारी हमे भी चपेट में लेगी ,,प्रशासन और स्थानीय पार्षद इस मामले
में कुछ करता क्यों नहीं ,जिला कलेक्टर इस मामले को गंभीरता से लेकर इस
प्लाट सहित सभी खाली प्लॉटों के मालिकों को चिन्हित कर चालान बनवाये ,,ऐसे
प्लॉटों को राजसात करने का नोटिस जारी कर बस्ती वासियो को महामारी से बचाने
के आवश्यक क़दम उठाने के निर्देश जारी करे ,ताकि डेंगू के एक महामारी बन
जाने के पूर्व ही ,,प्रशासन को दागदार बनाने से बचाया जा सके ,,,अख्तर
खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)