जिला पुलिस अधीक्षक कोटा शहर श्री अंशुमान भौमिया ने बताया कि कोटा शहर में थाना गुमानपुरा जिला कोटा शहर पर व्यापारी वर्ग के लोगो से प्रशासनिक अधिकारी,पुलिस अधिकारी अथवा जज बनकर रूपयो की ठगी करने के संबंध में प्रकरण सं. 420/17 धारा 420,120 बी भादस में दर्ज होकर अनुसंधान एवं मुलजिमान की तलाश की जा रही थी।इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनन्त कुमार एवं श्री बने सिंह पुलिस उप अधीक्षक वृत प्रथम जिला कोटा शहर के निर्देशों की पालना में श्री विजय शंकर शर्मा पु.नि. थानाधिकारी थाना गुमानपुरा कोटा शहर के नेतृत्व में गठित टीम श्री हंसराज उ.नि.,श्री हरदेव सिंह हैकानि. 99,सुश्री आरती मकानि. 1872 द्वारा आज दिनांक 30.07.2017 को जयपुर से मुलजिमा श्रीमति लक्की वर्मा पत्नी श्री राकेश वर्मा जाति वर्मा(बंगाली) उम्र 26 साल निवासी 14 तकिया की चौकी कालवाड रोड झोटवाडा जयपुर हाल ऋतु नगर थाना करधनी जयपुर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।मुलजिमा से घटना में लिप्त अन्य मुलजिमान तथा खाता धारको के बारे में तथा राशि के लेन-देन के संबंध में अनुसंधान किया जा रहा है।मुलजिमान गिरोह के रूप में डीआईजी,आईजी बनकर लोगो को षडयंत्रपूर्वक धोखाधडी से लोगो के साथ ठगी करते है।इस गिरोह में शामिल अन्य लोगो के संबंध में मुलजिमा से अनुसंधान किया जा रहा है।जिसे आज अवकाश कालीन न्यायालय में पेश कर पीसी रिमाण्ड प्राप्त किया गया है।
गौरतलब है कि दिनांक 28-07-2017 को फरि. श्री पवन कुमार निवासी शक्ति नगर दशहरा मैदान के पास कोटा ने उप. थाना होकर एक तहरीरी रिपोर्ट इस आशय की पेश की कि दिनांक 26-07-2017 को मेरे मोबाईल पर फोन आया वह कहा कि मैं डी. आई. जी जयपुर जीतेन्द्र श्रीवास्तव बोल रहा हूँ जिसने बताया कि मुझे मेरी बेटी की फीस जमा करवानी है आप 90000/- रूपये आईसीआईसीआई बैंक एरोड्राम सर्किल शाखा में खाता संख्या में जमा करवाये तो मैनें 90000/- आईसीआईसीआई मे 26-07-2017 को जमा करवा दिये फिर 10 मिनट बाद में वापस फोन आया कि मेरे उपरोक्त खाता संख्या में वापस 900000/- ओर जमा करवाये मैने विशवास में आकर उक्त पैसे जमा करवा दिये जीसने मुझे विश्वास दिलाया कि उक्त पैसे में आपसे वापस जमा करवा दुंगा तथा आप मुझे खाता सख्यां बता देना जो में उसमें आज ही वापस जमा करवा दुगां व मैने उसको अपने स्टाफ का खाता सख्यां बता दिया उसने पैसे आज दिनांक 28-07-2017 तक वापस जमा नहीं करवाये है।उक्त व्यक्ति ने मुझे धोखा देकर बेमानी पूर्वक पैसे जमा करवा कर मेरे 1,80,000/- हडप लिये है।इत्यादि पर प्रकरण सं. 420/17 धारा 420 भादस में पंजीबद्ध कर अनुसंधान किया जा रहा था।
अब तक के अनुसंधान से पाया गया है कि मुलजिमा का पति राकेश वर्मा जो कि पूर्व में टेक्सी ड्राईवर था वर्तमान में 376 भादस के अपराध में जयपुर केन्द्रीय कारागृह में बन्द है तथा जेल से ही लोगो को कभी डीआईजी,कभी आईजी,एसपी,कलेक्टर,जज बन कर फोन करता है तथा कहता है कि अभी मुझे बच्चो की फीस जमा करानी है अथवा मकान बनाना है मेरे एकाउन्ट में यह राशि जमा करा लेता है जिसे उसकी पत्नी श्रीमति लक्की वर्मा निकाल लेती है।जिनका एक गिरोह है जिसमें मुलजिमान जेल में बन्द होते हुये लोगो को फोन कर अपने परिजनो के खाते में राशि जमा करा लेते है तथा राशि को उनके परिजनो द्वारा खाते से निकाल लिया जाता है।मुलजिमा से गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है।अन्य मुलजिमान को केन्द्रीय कारागृह जयपुर से जरिये प्रोडक्शन वारन्ट प्राप्त कर अनुसंधान किया जावेगा।मुलजिमान द्वारा काफी लोगो के साथ इस प्रकार की ठगी की वारदात की है।
तरीका वारदात-मुलजिमान जो कि जैल में बन्द है किसी भी शहर की बडी फर्मों को आनलाईन सर्च करते है,जहां से मोबाईल अथवा टेलीफोन नं. लेते है इसके पश्चात उस शहर के प्रशासनिक अधिकारियों के नाम व पद देख कर फर्म मालिक को फोन करते है तथा उसे बातों में लेकर बच्चे की फीस,मकान इत्यादि का नाम लेकर एकाउन्ट नम्बर देते हुये पैसा जमा करा लेते है और इनके परिजन पैसा निकलवा लेते है।
अपील-सभी शहरवासियों से अपील है कि यदि आपके पास किसी व्यक्ति द्वारा इस प्रकार से प्रशासनिक अधिकारी बन रकम जमा कराये जाने की बात कही जाती है तो पैसा जमा ना कराये,क्योकि कोई भी अधिकारी इस प्रकार पैसा जमा कराने के लिये नही बोलता है।इस प्रकार के लोगो से सावधान रहे जो कि स्वंय को पुलिस अथवा प्रशासनिक अधिकारी बता कर आपसे पैसा जमा कराने की बात करते है तुरन्त पुलिस को सूचना दे।
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