कोटा जिला कांग्रेस में एक अटूट एकता ,,अटूट बंधन की खुशनुमा शुरआत हो गयी
है ,,यहां भरत ,,शान्ति ,,मिलाप के बाद कांग्रेस मज़बूती की दिशा में अव्वल
होने की तरफ है ,,इस अटूट एकता ,,अटूट गठबंधन से ,,कोटा जिला कांग्रेस और
कोटा जिला कांग्रेस कार्यालय सम्पत्ति के अब अच्छे दिनों की शुरआत हो गयी
,है ,हाल ही में राजस्थान के पूर्व मंत्री ,,वरिष्ठ कोंग्रेसी ,,कुंदनपुर
के उप सरपंच भरत सिंह को दिग्गज कोंग्रेसी नेता ,पूर्व मंत्री
शान्तिधारीवाल के समर्थित प्रस्ताव से कोटा जिला कांग्रेस ट्रस्ट का
अध्यक्ष निर्वाचित कर इस अटूट गठबंधन को और बढ़ावा दिया है ,,,सभी जानते है
,,पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान विभिन्न मुद्दों पर ,, भरत सिंह और
शान्तिकुमार धारीवाल के बीच काफी कड़वाहट ,,मनमुटाव ,,विरोधाभास बयानबाज़ी थी
,,जिससे कांग्रेस और खासकर दोनों महाशक्तियां कमज़ोर भी हुई ,लेकिन
स्वर्गीय जुझार सिंह जो भरत सिंह के पिता थे उन्होंने ,,शांति ,,भरत मिलाप
करवाया और फिर ,,,भरत सिंह के पैर में लगी चोट की मिजाज़ पुरसी के बाद शांति
कुमार धारीवाल की विनम्र पहल और भरत सिंह के विनम्र स्वागत के बात यह बंधन
अटूट हो गया ,,कांग्रेस में गुटबाज़ी की कड़वाहट खत्म हुई और धरने प्रदर्शनो
में भी दोनों एक साथ एक मंच पर देखे जाने लगे ,,कोटा जिला कांग्रेस में एक
नए अटूट बंधन के अध्याय की शुरुआत हुई जो भविष्य के कांग्रेस चुनाव के लिए
जीत के प्रति अच्छे संकेत है ,,कोटा जिला कांग्रेस ट्रस्ट ,,जिसमे क़रीब नो
किरायेदार है ,,कांग्रेस का अपना भवन है ,,भरत ,,शांति मिलाप के पहले इन
दोनों के पिता श्री पूर्व मंत्रियों रिखब चंद धारीवाल ,,जुझारसिंह के
प्रयासों से कांग्रेस भवन सम्पत्ति का निर्माण हुआ था ,,फिर ट्रस्ट बनाया
गया ,,इस ट्रस्ट के ग्यारह सदस्यों में अब एक मात्र वरिष्ठ सदस्य
शानतिकुमार धारीवाल सबसे पुराने सदस्य है ,,,पिछले दिनों एक बैठक में
सर्वसम्मत फैसले के बाद मृतक ट्रस्टियों के स्थान पर भरत सिंह ,,पंकज मेहता
,,रविंद्र त्यागी को सदस्य के रूप में जोड़ा था जबकि कृष्ण गोपाल कछावा को
अध्यक्ष ,,नरेश विजयवर्गीय को उपाध्यक्ष ,,पानाचंद गुप्ता को सचिव बनाया
गया था ,,जबकि देहात कांग्रेस की अध्यक्ष सरोज मीणा ,,कोटा शहर अध्यक्ष
गोविन्द शर्मा को पदेन सदस्य बनाया गया था ,,वर्तमान में कृष्णगोपाल
कच्छावा की अस्वस्थ्त्ता के बाद ,,हाल ही में हुई ताज़ा बैठक में 27 मई को
,,खुद शान्तिकुमार धारीवाल ने ,भरत सिंह को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाने का
प्रस्ताव रखा ,,जिसे सभी ने सर्वसम्मति से पारित किया ,,खुद भरत सिंह भी इस
ज़िम्मेदारी को लेने के लिए तैयार हो गए ,,भरत सिंह अपने कार्य के प्रति
समर्पित ,,ईमानदार ,,कर्तव्यनिष्ठ नेता के रूप में अपनी पहचान रखते है
,,ऐसे में जिला कांग्रेस ट्रस्ट के तहत किरायेदारों से किराया बढ़ाकर
,,बाज़ार मूल्य से किराए की वसूली ,,जो रुपया जमा है उससे भवन का व्यवस्थित
विस्तार ,,निर्माण ,,मरम्मत ,,कांग्रेस कार्यालय को अघोषित प्राइवेट गैरेज
से मुक्ति दिलाने का कार्य ,,नियमित साफसफाई ,,रखरखाव ,,लोगो के बैठने की
व्यवस्था की ज़िम्मेदारी अब भरत सिंह पर आ गयी है ,,जो सम्भवत इसी माह में
कोई कार्ययोजना तैयार कर ऐतिहासिक निर्माण और व्यवस्था कार्य की शुरुआत
होगी ,,नई ट्रस्ट व्यवस्था में कृष्ण गोपाल कछावा के स्थान अब भरत सिंह
अध्यक्ष ,,पानाचंद गुप्ता सचिव यथावत ,,नरेश विजयवर्गीय उपाध्यक्ष यथावत
,,संतोष सुमन ,,कार्यालय सहयोगी सचिव यथावत ,,पंकज मेहता ,,रविंद्र त्यागी
सदस्य यथावत है जबकि ,,गोविन्द शर्मा ,,सरोज मीणा ,,पदेन सदी की जगह स्थाई
सदस्य बनाये गए है ,,नए सदस्यों में भरत सिंह की सिफारिश पर सरपंच कुशपाल
सिंह को सदस्य ,,शांति धारीवाल साहिब की तरफ से , राकेश सोरल ,,डॉक्टर
मोहम्मद ज़फर ,,मोडू लाल वर्मा सदस्य बनाये गए है जबकि खुद शानतिकुमार
धारीवाल स्थाई ट्रस्टी है ,अन्य सदस्य रामेश्वर शृंगी ,,कृष्ण गोपाल
कच्छावा पदेन सदस्य के रूप में जुड़े रहेंगे ,,, कोटा जिला कांग्रेस ट्रस्ट
का यह फेरबदल ,,भरत ,,शान्ति अटूट मिलन की सकारात्मक पहल है ,,और अब इन
दोनों दिग्गजों की एकजुटता से कोटा जिला कांग्रेस निर्गुट और मजबूती की
तरफ बढ़ी है ,,इससे साफ़ है के अब कोटा जिला कांग्रेस और कोटा जिला कांग्रेस
भवन सम्पत्ति रखरखाव मामले में भी अच्छे दिनों की शुरुआत हो गयी है
,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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