हिन्दू युवक ने खून दिया एक घायल
मुसलमान को,
मुसलमान ने जान पर खेलकर कल
बचाया हिन्दू की जान को,
मैंने भरत को ईद पर देखा है जाकिर
के घर जाते हुए,
अब्दुल को देखा है दीवालीपर लालू के
घर मिठाई लाते हुए,
जरीना की इज्जत की खातिर श्याम ने
जान गंवाई थी,
मीना की शादी में इस्माइल ने भाई बन
रस्म निभाई थी,
दोनों भाईओ का एक दूजे बिन अधूरा
है व्यापार ,
फिर कौन इनमें नफरत फैलाता है बार
-बार,
सुनो भाईओ कभी किसी की बातो में
मत आना,
भाई बन भाई संग तुम भाईचारा सदा
निभाना।
Curtsy अख्तर खान अकेला ji.
मुसलमान को,
मुसलमान ने जान पर खेलकर कल
बचाया हिन्दू की जान को,
मैंने भरत को ईद पर देखा है जाकिर
के घर जाते हुए,
अब्दुल को देखा है दीवालीपर लालू के
घर मिठाई लाते हुए,
जरीना की इज्जत की खातिर श्याम ने
जान गंवाई थी,
मीना की शादी में इस्माइल ने भाई बन
रस्म निभाई थी,
दोनों भाईओ का एक दूजे बिन अधूरा
है व्यापार ,
फिर कौन इनमें नफरत फैलाता है बार
-बार,
सुनो भाईओ कभी किसी की बातो में
मत आना,
भाई बन भाई संग तुम भाईचारा सदा
निभाना।
Curtsy अख्तर खान अकेला ji.
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