आपका-अख्तर खान

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10 मई 2017

तुमसे मिलकर

तुम्हे भूल जाए कोई
तुम ऐसे तो हरगिज़ नहीं ,,
तुमसे बदल जाए कोई
तुम ऐसे तो हरगिज़ नहीं ,,
तुमसे मिलकर
तुम्हारे लिए कोई तड़पता रहे
ऐसे सिर्फ ऐसे तुम ज़रूर हो ,,अख्तर

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