आपका-अख्तर खान

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02 अगस्त 2016

में फिर आज टूटा हूँ

में फिर आज टूटा हूँ
में फिर आज बिखरा हूँ ,,
मुझे आज फिर
तुम्हारे सहारे की ज़रूरत है
हमेशा की तरह इस बार भी
तुम मुझे सहारा मत देना ,,,,,,
बहाने बस बहाने बना देना ,,,

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