ख़ामोशी से वह आकर बैठे
कुछ कशमकश के बाद
आखिर उन्होंने ,,
मेरी टूटी फूटी शायरी का ,,
राज़ पूंछ ही लिया ,,
में बताता तो क्या बताता
बस उन्होंने कह दिया ,
कहो ,,या मत कहो ,,
मेने समझ लिया ,,अख्तर
कुछ कशमकश के बाद
आखिर उन्होंने ,,
मेरी टूटी फूटी शायरी का ,,
राज़ पूंछ ही लिया ,,
में बताता तो क्या बताता
बस उन्होंने कह दिया ,
कहो ,,या मत कहो ,,
मेने समझ लिया ,,अख्तर
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