अपने दिल की धड़कन से पूंछो ,,अपनी इंसानियत से पूंछो ,,,और बताओ ,,क्या आप
भी ऐसा मानते है ,,,मंदिर ,,मठ में अगर किसी ने बम फेंका है ,,निर्दोषों की
हत्या की है ,,,गुरुद्वारे ,,आश्रम में अगर किसी ने निर्मम हत्याएं की है
,,,गिरजाघरों को जलाया है ,,उसमे हत्याएं की है ,,मस्जिद ,,दरगाह में बम
विस्फोट किये है ,,,निर्मम हत्याये की है ,,क्या ऐसे सभी लोगो को बिना किसी
पक्षपात के ,,फांसी की सज़ा नहीं होना चाहिए ,,,अख्तर
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