दोस्तों कोटा की अदालत का बरसात में जानलेवा मंज़र ,,,यहां हर रोज़ दो हज़ार
वकील ,,मुंन्शी और क़रीब इतने ही पक्षकार ,,,अपनी जान जोखिम में डालकर अपनी
वकालत और कारोबार करते है ,,,यहां शार्ट सर्किट ,,,अंडर ग्राउंड बिजली
विभाग की वायरिंग ,,ट्रांसफॉर्मर ,, पेढ ,,टीनशेड के नीचे बिजली के तारो का
जाल कभी भी बढे हादसे का सबब बन सकता है ,,,,आज अदालत परिसर में अर्थ में
करंट आने से एक युवक जो सिर्फ गवाह देने आया था उसकी मौत हो गयी
,,,दोस्तों इत्तिफ़ाक़ की बात है के बढे हादसे अदालतों में रोज़ टल
जाते है ,,,,लेकिन जिन हालातो में वकील काम कर रहे है ,,पक्षकारो के हालात
है ,,उसमे तो स्पष्ट है के कभी भी कोई भी बढ़ा हादसा हो सकता है ,,अगर वक़्त
रहते इस मामले में खुद प्रशासन ,,ज़िला न्यायालय और हाईकोर्ट ने प्रसंज्ञान
लेकर व्यवस्थाओ में सुधार नहीं किया तो किसी भी बढे हादसे के लिए यही सब
ज़िम्मेदार होंगे ,,,,कोटा अदालत परिसर में लगे टीन शेड ,,उसमे लगे पंखे
,,ट्यूबलाइट और बिजली के इधर से उधर करंट पहुंचाते तार ,,कुछ खुले है
,,,,कुछ अधखुले है ,,बहुत खतरनाक है ,,कई बार तीन शेड में भी हल्का फुल्का
करण्ट आने की शिकायते रही है ,,लेकिन ज़रा कल्पना करे के अगर एक साथ तीन
शेड में करंट आ गया तो कितने वकील ,,कितने पक्षकार इस खतरनाक हादसे के
शिकार हो सकते है ,,,कोटा अदालत परिसर में पानी के जमाव के हालात तो सभी
जानते है ,,ज़रा सी बरसात में परिसर लबालब तालाब बन जाता है ,,निकलने और आने
जाने के रास्ते बन्द होते है ,,,लेकिन अदालत परिसर और आसपास के पुराने पेड़
जिनकी बढ़ी बढ़ी शाखे झूल रही है जो कभी भी बढे हादसे का शिकार की वजह बन
सकती है ,,उन्हें भी हटाना होगा ,,,इसके पहले भी अदालत परिसर में कई पेढ
गिरे है ,, वोह बात और है के खुदा ने इंसानी जान तो बचा ली ,,लेकिन अदालत
की ईमारत ,,टीन शेड और कारों का नुकसान हो चूका है ,,दोस्तों यह चन्द लेने
हो सकता है कई लोगो को बुरी बहुत बुरी लगे ,,वोह नाराज़ भी हो ,,लेकिन अदालत
परिसर में फैले बिजली के करंट के इस मोत के जाल की दुरुस्तगी होना ज़रूरी
है ,,जबकि टूटने के कगार पर खड़े पेढ और पेड़ की शाखों को तराशने की ज़रूरत है
,,साथ ही अदालत परिसर का बहाव ,,ढलान एक बढे नाले की तरफ छोटी छोटी
नालियां बनाकर पानी के बहाव का इंतिज़ाम ज़रूरी है ,, अदालत परिसर में बिजली
की अंडर ग्राउंड लाइन भी इस हादसे का सबब बनी हुई है ,,कई बार अदालत
परिसर ही लगाए गए बिजली के ट्रांसफॉर्मर विस्फोट के साथ जल चुके है वोह भी
बढे हादसे का कारण बन सकते है ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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