कोटा सहित देश की सड़को पर घूमने वाली गांयो के लिए ,,गो अभ्यारण्य ,,बनाकर
उनकी उचित देखभाल करने ,,गोशालाओ,,,गो अस्पतालों में निगरानी के लिए सी सी
टी वी कैमरे लगवाने सहित कई महत्वपूर्ण मांगो को लेकर आज कोटा के
समाजसेवियों ने अतिरिक्त जिलाकलेक्टर एस डी मीणा के ज़रिये महामहीम राज्यपाल
राजस्थान के नाम एक ज्ञापन सौंपा ,,ज्ञापन देने वालों में शहर ज़िला
कोंग्रेस कमेटी के ज़िला महामंत्री ,,गोसेवक हिम्मत सिंह हाड़ा ,,,अल्पसंख्यक
विभाग कोटा समभाग के चेयरमेन एडवोकेट अख्तर खान अकेला ,,वरिष्ठ उपाध्यक्ष
पूर्व उपप्रधान सुल्तानपुर रईस खान ,,,वरिष्ठ कोंग्रेसी देवेंद्र यादव
,,,राजेश अग्रवाल ,,सहित कई ज़िम्मेदार लोग शामिल थे ,,हिम्मत सिंह सहित सभी
लोगो ने इस मामले में दलित अल्पसंख्यक एकता रैली को भी समर्थन दिया
,,,हिम्मत सिंह ने बताया के आज इन बेज़ुबान जानवरो का दूध निकालकर इन्हें
सड़को पर छोडने से शहर में अनावश्यक जानलेवा हादसे हो रहे है ,,ऐसे में
जानवरो को सड़क पर छोड़ने वाले जानवर मालिको के खिलाफ मुक़दमा दर्ज होना चाहिए
,,जबकि गो शालाओं में गांयो की देखभाल ईमानदारी से हो इसके लिए वहां
प्रमुख पॉइंट पर सी सी टी वी कैमरे लगाए जाना चाहिए जबकि इनके इलाज के लिए
बनाये गए अस्पताल में भी सी सी टी वी कैमरे लगाए जाए ,,शिष्ठ मण्डल का कहना
था ,,जानवरो के लिए सरकारी बजट तो आता है लेकिन उनकी देखरेख सही नहीं होती
,,वहां कई अनियमितताएं होती है ,,जानवरो की बेमौत मोत हो जाती है ,,कव्वे
आँखे निकाल लेते है ,,बछड़ो पर कुत्ते वार करते है ,,बारिश में कई जानवर मर
जाते है ,,,वहां पानी नहीं है ,,चारे में घोटाला होता है ,,इलाज सही नहीं
होता ,,ऐसे में सी सी टी वी कैमरे से अंकुश लगेगा और ,,जानवरो की चोरी होने
,,बिना नियम के छोड़ने पर भी रोक लगेगी ,,हिम्मत सिंह इस मामले में अपने
साथियो के साथ दो वर्षो से गो सेवा कार्य में लगे हुए है ,,अब तक वोह सड़को
पर गम्भीर घायल सो से भी अधिक गांयो का उपचार करवाकर उनकी जान बचा चुके है
,,खुद उनकी संस्था ने अब घायल गांयो को उपचार के लिए ले जाने के लिए खुद का
वाहन लिया है ,,हिम्मत सिंह का कहना है के जब सड़क पर गांय दर्द से छटपटाती
है ,,घायल होकर तड़पती है ,,प्रसव के दौरान पीड़ित रहती है तब ,,उनकी टीम का
इमरान आकर उस गांय को सम्भालता है उसे दवा देता है ,,उसके टाँके लगाता है
,,दर्द से कराहती गांय को और अधिक इलाज के लिए अस्पताल में ले जाने या फिर
गो शाळा में ले जाने के लिए जो वाहन लेकर आता है वो इकराम होता है
,,उन्होंने बताया के एक तरफ तो मुस्लिम समाज के लोग गो रक्षा और इनके इलाज
,,सेवा सुश्रुषा में लगे है ,,लेकिन देश के कुछ लोग सियासत के नाम पर
,,गोरक्षक बनकर देश में अराजकता का माहौल बनाने के लिए हमले की कार्यवाही
कर रहे है ,,ऐसे में गांय की सेवा एक मुस्लिम समाज से जुड़े व्यक्ति के लिए
मुश्किल सा होने लगा है ,,उन्होंने कहा अजीब सरकार है ,,अजीब भक्त है ,,गो
रक्षा की बात करते है ,,गोशालाओ में चारा घोटाले करते है ,,नरेन्द्र मोदी
कहते है ,,के ऊंटनी के दूध की खीर बहुत स्वादिष्ट होती है ,,तो राजस्थान
में सरकार ऊंट को राज्य पशु घोषित कर देती है ,,हिम्मत सिंह सवाल किया के
क्या ,,नरेन्द्र मोदी ,,राजस्थान की मुख्यमंत्री और दूसरे राज्यों में बैठी
सरकार में बैठे लोगो ने कभी गांय के स्वादिष्ट दूध की खीर नहीं खाई
,,क्या राजस्थान में गांय को राज्य पशु और देश में गांय को राष्ट्रीय पशु
घोषित नहीं करना चाहिए ,,ज्ञापन में कहा गया के एक तरफ तो हम लोगों ने
गांयो के गोचरों पर क़ब्ज़ा कर अपने घर बना लिए है ऐसे में जंगल में
सुरक्षित बाउंड्री कर गांयो के लिए एक अभ्यारण्य बनाया जाना ज़रूरी है ताकि
वहां गांय स्वतन्त्रता से प्राकृतिक माहौल में अपना जीवन यापन कर सके ,,,ऐ
डी एम सीटी ने इस ज्ञापन को गम्भीरता से लेते हुए शीघ्र ही सकारात्मक क़दम
उठाने के संकेत दिए है ,,ज्ञापन देने वालों में देवेंद्र यादव ,,हिम्मत
सिंह हाड़ा ,,अख्तर खान अकेला ,,,राजिव अग्रवाल ,,रईस खान ,,,,जितेंद्र सिंह
पंवार ,,रोहित शर्मा ,,,, सगीर खान ,,सुरेंद्र अग्रवाल ,,आदित्य पांडे
,,मुकेश वर्मा ,,घनिष्ठ जिंदल ,,रवि सेन सहित कई दर्जन लोग शामिल थे
,,,,,इसके पूर्व विधायक सन्दीप शर्मा से भी मिलकर इस मामले में उनसे
हस्तक्षेप करने की मांग उठाई गयी ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)