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07 अप्रैल 2016

NIA अफसर तंजील मर्डरः शूटर की बाइक पर था रिश्तेदार, सामने आया हत्या का कारण



बिजनौर में एनआईए अफसर को जब गोली मारी गई, तब वे एक शादी से लौट रहे थे।
बिजनौर में एनआईए अफसर को जब गोली मारी गई, तब वे एक शादी से लौट रहे थे।
नई दिल्ली. एनआईए अफसर तंजील अहमद मर्डर की गुत्थी सुलझती नजर आ रही है। घटना के पीछे आपसी रंजिश सामने आ रही है। पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ कर रही है। हालांकि अभी तक किसी को अरेस्ट नहीं किया गया है। मुख्य आरोपी का नाम मुनीर बताया जा रहा है। उसकी तलाश जारी है।हिस्ट्रीशीटर ने मारी थी गोलियां...
- इस वारदात में यूपी पुलिस ने अभी तक कुल सात लोगों को डिटेन करने की बात सामने आई थी। लेकिन एडीजी एलओ दलजीत चौधरी ने कहा है कि अभी फिलहाल किसी को अरेस्ट नहीं किया गया है।
- तंजील के एक रिश्तेदार पर आरोप है कि वारदात की रात वही बाइक चला रहा था। रेहान नाम का ये तंजील की बहन के पति के भाई का बेटा है।
- तंजील के गांव (सहसपुर) का ही रहने वाला हि‍स्‍ट्रीशीटर मुनीर फरार चल रहा है। उसने ही गोलियां मारी थीं। वह एएमयू का स्टूडेंट भी रह चुका है।
- पुलि‍स ने सहसपुर और बरेली से मुनीर के चार दोस्तों समेत कुल सात लोगों से पूछताछ कर रही है।
- वारदात में इस्तेमाल की गई पल्सर बाइक बरामद कर ली गई है।
- एसटीएफ, मेरठ, बरेली और बि‍जनौर पुलि‍स जांच में जुटी है।
- आईजी एलओ प्रभारी दीपक रतन ने बताया कि अभी जो सबूत मिले हैं उसकी हम छानबीन कर रहे हैं. इसके लिए 8 टीमें लगाई गयी हैं।
- बताया जा रहा है कि दिल्ली में एक दुकान और बिजनौर में एक फ्लैट हथियाने के चक्कर में ये मर्डर हुआ है। हालांकि, पुलिस ने अभी मोटिव के बारे में कोई खुलासा नहीं किया है।
शादी के वीडियो से मिली थीं कुछ फोटोज...
- तंजील अहमद मर्डर मामले में दो लोगों की फोटो सामने आई थी। शादी के वीडियो से मिली इन तस्वीरों को संदिग्धों की तस्वीर माना जा रहा था।
- बता दें कि यूपी के बिजनौर में भांजी की शादी से लौटते वक्त रविवार को तंजील पर दो दर्जन से ज्यादा गोलियां मारी गई थीं। उनकी पत्नी को भी गोली लगी है। वे हॉस्पिटल में हैं।
- तंजील के भाई राकिब अहमद ने कहा कि फंक्शन के दिन बाइक पर दो अनजान लड़के वहां आए थे।
- जब उनसे आने की वजह पूछी गई तो वे साफ-साफ कुछ भी नहीं बता पाए थे।
- इस घटना के पीछे आतंकियों का हाथ होने के एंगल की भी जांच की जा रही थी।
- बता दें कि भटकल को पकड़ने में तंजील ने अहम भूमिका निभाई थी। वे बिहार में एनआईए के अहम अफसर थे।
आईएम-IS का एंगल भी आया था सामने...
- एजेंसियां इस बात की भी जांच कर रही थीं कि क्या आईएसआईएस के हैंडलर्स भारत में उनके कमांडर शफी अरमर की मदद से आईएम के स्लीपर सेल से कॉन्टैक्ट में थे?
- इंटेलिजेंस एजेंसियों ने वेस्टर्न यूपी के कुछ लोगों की बातचीत भी टेप की है।
- सूत्रों के मुताबिक, इस बात की पॉसिबिलिटी है कि लोकल क्रिमिनल्स को स्लीपर सेल से मर्डर को अंजाम देने की बात कही गई हो।
- अफसर के मुताबिक, "हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि बाहर से कोई इस तरह का मैसेज तो नहीं आया।"
मौत होने तक गोलियां चलाते रहे हत्यारे, बच्चों ने बताई पूरी कहानी
-एनआईए अफसर तंजील अहमद के यूपी में मर्डर के बाद उनके बच्चों ने पूरी घटना का जिक्र किया है।
- बच्चों का कहना है कि पापा की मौत होने तक हत्यारे गोली मारते रहे।
- बता दें कि एक शादी से लौट रहे तंजील को यूपी के बिजनौर में शनिवार रात 24 गोलियां मारी गई थीं।
- वे पठानकोट हमले जैसे बड़े मामलों की जांच में शामिल टीम से जुड़े थे।
ऐसे बने थे हमले का शिकार, क्यों अटैक कर पाए हमलावर?
-तंजील शनिवार रात 12.45 बजे पत्नी फरजाना और दो बच्चों के साथ घर लौट रहे थे।
- पूरी फैमिली के साथ वे यहां एक शादी के फंक्शन में आए थे। शादी उनकी भांजी की थी।
- स्योहारा थाना इलाके में एक पुलिया पर बाइक से आए हमलावरों ने उनकी कार पर फायरिंग की। इस दौरान तंजील को 24 गोली मारी गई।
- बताया जा रहा है कि पुलिया अंडरकंस्ट्रक्शन थी, जिसके कारण वहां कार धीमी थी।
- आईजी का कहना है कि साजिश के तहत घात लगाकर हमला किया गया। जांच जारी है।
- हॉस्पिटल ले जाते वक्त ही तंजील की मौत हो गई। पत्नी का नोएडा के एक हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। उन्हें भी तीन गोली लगी है। बच्चों को चोट नहीं आई है।
- हॉस्पिटल के मुताबिक, तंजील की पत्नी की हालत अभी नाजुक बनी हुई है।
150 मीटर दूर थी चौकी, पर पुलिस ने नहीं की मदद...
- नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) में डीएसपी तंजील के बेटे शहबाज और बेटी जिमनीश ने कहा, ''हम शादी के बाद घर लौट रहे थे। रास्ते में हंसी-मजाक करते हुए आ रहे थे। उसी दौरान एक बाइक ने यू-टर्न लिया। उस पर दो लोग बैठे थे।''
- ''उन्होंने पीछे से फायरिंग की। एक शख्स ने गोली मारी जिससे कार का शीशा टूट गया और पापा का बैलेंस बिगड़ गया। पापा ने हमें पीछे सीट के नीचे छिप जाने को कहा। इसके बाद उन्होंने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं।''
- ''उन लोगों ने गोलियां खत्म हो जाने के बाद फिर रीलोड कर गन चलाई। जब तक पापा की मौत नहीं हो गई, तब तक गोली मारते रहे।''
- तंजील की 10 साल की बेटी जिमनीश ने कहा, ''वहां कोई आसपास का या कोई पुलिसवाला भी मदद के लिए नहीं पहुंचा। पीछे से चाचा अपनी कार से आए, तब जाकर मम्मी को हॉस्पिटल ले गए।''
- तंजील के भाई रागीब अहमद ने कहा, ''घटना के बाद जब हम थाने पहुंचे तो पुलिसवालों ने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया।''
- ''जब हमारे रिश्तेदार वहां आकर नारेबाजी करने लगे तो पुलिस एक्टिव हुई।''
- बता दें कि मौका-ए-वारदात से करीब 150 मीटर दूर ही चौकी थी।

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