दोस्तों बढे गोरो फ़िक्र का वक़्त है ,,आज हमारा देश ,,कथित राष्ट्रभक्तो
,,,कुर्सी भक्तो ,के मेंटल डिसऑर्डर सिंड्रोम ,,के दौर से गुज़र रहा है
,,,और इन भक्तजनो ने इस देश के हालात ,,विस्फोटक और नफरत के बना दिए है
,,यहां सभी लोग एक दूसरे को शक की निगाह से देखते है ,,बेवजह बहस करते है
,,झगड़ते है ,,मुद्दे बनाते है ,,इस मेंटल डिसऑर्डर सिंड्रोम का सबसे
ज़्यादा असर सोशल मिडिया पर पढ़ा है ,,और यहां जहां प्यार की ,,मोहब्बत की
खेती होती थी ,अब नफरत के बीज बोये जाने से नफरत की खरपतवार भी उग आई है
,,तहज़ीब ,,तमीज़ के दायरे खत्म हो गए है ,,,,एक दूसरे को गालियां बकना
,,अपमान करना रोज़ के किस्से बन गए है ,,,अगर हिन्दू है तो वह साबित करना
चाहता है मुझ से ज़्यादा कोई देश भक्त नहीं ,,अगर कोई मुसलमान है तो सोचता
है मुझ से ज़्यादा की देश भक्त नहीं ,,,अजीब कैफियत है ,,अजीब तमाशा है
,,,,कोई राहुल गांधी को निशाना बनाकर गुस्सा दिखाता है ,,तो कोई नरेंद्र
मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करके खुद को महान समझता है ,,एक तिरंगे की
पोस्ट डाली लो हो गए देशभक्त ,,बेवजह के डिसकशन ,,ग्रुप बन गए ,,पेज बन गए
,,इलेक्ट्रॉनिक मडिया भड़वागिरी करने लगा ,,दो तीन बेवक़ूफ़ किस्म के लोग
वार्ता में बिठाए ,,ब्रेक के बाद ,,थोड़ी देर से कहकर कई अनुत्तरित प्रश्नों
को छोड़कर समाज में खौफ और भ्रम का वातावरण बनाया जा रहा है ,,आर एस एस के
कामकाजों को निशाना बनाया जा रहा है ,,तो आर एस एस कांग्रेस और दूसरे
संगठनों को निशाना बना रहे है ,,जबकि वस्तुस्थिति और है ,,कांग्रेस खुद
आंतरिक कलह ,,आंतरिक बगावत के दौर के शीर्ष पर है ,,, भाजपा में अंदरूनी
कलह आसमान छू रही है ,,असन्तुष्ठो के हालात विकट है ,,,,,आर एस एस का अपना
एजेंडा अपना काम है लेकिन इसके भी अब दो हिस्से हो गए है ,,एक ओरिजनल
राष्ट्रवादी समाज सेवक , एक कुर्सी के भूखे भेड़िये लालची समाजसेवक ,,दोनों
में तकरार है ,,राष्ट्रवादी आर एस एस ,,कुर्सीवादी ,,सुविधाभोगी आर एस एस
के मुक़ाबिल ज़ीरो होती जा रही है ,,नतीजा नरेंद्र मोदी पर कुर्सी का लालच
पूरा नहीं होने पर ,,यही लोग योजनाबद्ध तरीके से हमले करवा रहे है ,,,,यह
सिंड्रोम इस देश के लिए खतरनाक है ,,वर्तमान में जो भी इस देश के बारे में
सोच रहे है उन्हें इन झूठे ,,मक्कारो ,,फरेबियों से खुद को ,,खुद की
विचारधारा को आज़ाद करना होगा ,,,खुद को जाती ,,धर्म ,,पार्टियों से ऊपर
उठाना होगा ,,देश के बारे में सोचना होगा ,,आर एस एस नेकर से पेंट पहनता है
तो यह उसकी अपनी मर्ज़ी है ,,इसमें किसी को कोई एतराज़ नहीं होना चाहिए
,,,,सोशल मिडिया की ज़िम्मेदारी इन हालातो में बढ़ गयी है ,,किराए के गंदगी
फैलाने वाले पेड वर्करों को हमे पहचानना होगा ,,,,,आज नरेंद्र मोदी बहुमत
वाले प्रधानमंत्री है तो उन्हें दिल से कबूलना होगा ,,उनकी योजनाएं ,,उनके
फार्मूलों को देखना होगा ,,उन्हें मौका देना होगा ,,उनके प्रयोग क्या पता
,,देश के लिए बेहतर साबित हो ,,नरेंद्र मोदी की चुप्पी के अलावा ,,उनके
खिलाफ एक भी ऐसा सुबूत नहीं जो उन्होंने कोई गलती की हो ,,,,राहुल गांधी
प्रतिपक्ष में है कांग्रेस संगठन की उम्मीद है अगर वह कुछ करते है तो
उन्हें अपमानित करने का किसी को कोई हक़ नहीं है ,,,,देश में नारो से कभी
आज़ादी नहीं मिली ,,देश में क़ुर्बानियों से आज़ादी मिली है ,,क्वीन एलिज़ाबेथ
को माँ समझ कर उनकी वंदना करना ,,जोर्जपञ्चम के भारत आगमन पर सरकारी नौकरों
द्वारा जो भी लिखा गया जो भी गाया गया ,,आज की तारीख में भूगोल और
व्यवहारिक दृष्टि से प्रासंगिक नहीं है ,,,,इन सब बातों को करने या फिर ना
करने से कोई राष्ट्रभक्त नहीं होता ,,अगर हिन्दू है तो हिन्दू बने ,,अपने
धर्म को पहचाने ,,पाप पूण्य में फ़र्क़ समझे ,,मानवता के पाठ धर्म को निभाए
,,मुस्लिम है तो कोई फ़र्क़ नहीं पढ़ता ,,क़ुरान के क़ानून से चले ,,अल्लाह और
रसूल के बताये हुए रास्ते के तहत देश के लिए मर मिटने का जज़्बा रहे तो
पड़ोसियों के लिए मदद का जज़्बा रहे ,,लोगों के लिए मर मिटने का जज़्बा रहे
,,केवल दाढ़ी रखी हो गए मुसलमान ,,केवल टीका लगाया हो गए हिन्दू और बस
सियासत की कुर्सी हथियांने ,,चंदाखोरी करने के लिए शुरू कर दी अय्यरियाँ
,,दोस्तों आप लोग समझदार हो ,,देश और देश के हालातो को समझते हो ,,इस मेंटल
ऑर्डर सिंड्रोम के मरीजों को समझते हो ,,आप लोगों से कुछ भी कहना ,,,सूरज
को दिया दिखाने के समान है ,,ऐसे में आप और हम मिलकर ऐसे मरीजों को पहचाने
जो वर्तमान में पत्रकारिता ,, सियासत और अब सोशल मिडिया पर अनगिनत है
,,,,इन लोगों का प्यार से इलाज करे ,,इन्हे ठीक करे ,,इन लोगों का मानसिक
रोग अगर ठीक होगा ,,मेंटल डिसऑर्डर सिंड्रोम अगर दूर होगा तो सच हमारा देश
,,हमारा हिन्दुस्तान ,,सारे जहाँ से अच्छा होगा ,,,अभी भी है ,,आगे भी
रहेगा इंशा अल्लाह ,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)