कोटा शहर क़ाज़ी अनवर अहमद ,,मुसलमानो के वर्तमान हालातों में ,,शादी ब्याह
में ,,फ़िज़ूल खर्ची ,,नाच गाने ,,आपसी पारिवारिक विवाद ,स्मेक ,शराब सहित
अन्य आपराधिक मामलों से बचने की सलाह देते हुए ,,,फफक कर रो पढ़े
,,,उन्होंने कहा के हमे अपनी बुराइयों को छोड़ कर छोड़ कर शरियति व्यवस्था के
तहत सामाजिक बुराइयों को खत्म कर एक जुट होना चाहिए ,,,शहर क़ाज़ी के आह्वान
पर आज कोटा शहर के सभी प्रबुद्ध मुस्लिम समाज के लोग ,,तंजीमों के
प्रतिनिधि ,,मस्जिदों के इमाम सहित सियासी पार्टियों से जुड़े सभी लोगों ने
एक जुट होकर ,,शादी ब्याह में बेंड बाजा ,,नहीं बजाने ,,डी ,,जे नाच गाने
से बचने ,,फ़िज़ूलखर्ची से बचने ,,,आपसी विवाद सुलह कमेटी के ज़रिये सुलझाने
के सभी सुझावो को स्वीकार करते हुए ,,शहर के सभी हिस्सों में समझाइश के साथ
इन हालातों में सुधार के प्रयास करने का आह्वान किया ,,इस मामले में कोटा
शहर को पांच ब्लॉकों में बाँट कर ,,शहर के प्रबुद्ध मुस्लिम समाज के
प्रतिनिधियों ,,आलिमों ,,क़ानून के जानकारों ,,समाजसुधारकों को शामिल कर अलग
अगल समितियां बनाई जाएंगी ,,जिसके लिए समाजों से नाम देने के लिए कहा गया
है ,, कोटा के पैसठ वार्डों को पांच हिस्सों में बाँट कर लोगों को इन
कुरीतियों से बचने के मामले में तब्लीग की जायेगी ,,कोटा शहर क़ाज़ी अनवार
अहमद वर्तमान हालातों में मुस्लिम समाज की बिगड़ी स्थिति से काफी आहत है
,,वोह बोले और दिल से बोले ,सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में उन्होंने कहा के
वर्तमान हालातों में ,शादी ब्याह एक बेशर्मी के माहोल में होने लगे है
,,बहन बेटियों को नचाया जाने लगा है ,,बारातों में निकासियों में लड़के और
लड़कियां मिलकर नाच रहे है ,,लेकिन अब बहुत हुआ ,,हमे सभी को मिलजुलकर इन
हालातों को बदलना होंगे ,,जो लोग शादी ब्याह में जोड़ों को स्टेज पर बिठा कर
नुमायश करते है ,,नाचते ,गाते है ,,बाजे बजवाते है ,,डी जे चलवाते है
,,ऐसे लोगों के यहां निकाह ख्वाह ,,निकाह करवाने वाले निकाह नहीं करवाएंगे
,,वोह बात अलग है के निकाह के संबंधित लोग ,,लिखित में माफ़ी नामाँ देकर फिर
से इसकी पुनरावृत्ति नहीं करने का वायदा करे तो ऐसे लोगों का निकाह पढ़ाया
जा सकता है ,,उन्होंने कहा के यह ताक़त के बल पर सम्भव नहीं ,,प्यार से
,,तब्लीग से ही यह सब मुमकिन हो सकेगा ,,शहर क़ाज़ी अनवार अहमद ने कहा के
वर्तमान में उर्दू के हालत सभी जानते है ,,उर्दू हर मोहल्ले में पढ़ाने के
लिए क्लास लगाने के लिए कहा गया है ,,इसमें सभी मददगार बने ,,उन्होंने कहा
के लोग सम्मेलनों में दिखावे को शादी करते है ,,लेकिन फिर महंगे खाने अलग
से देते है ,,दहज़ देते है जब उन्हें यह सब कुछ करना होता है तो फिर सम्मेलन
में शादी का ढकोसला क्यों किया जाता है ,,,शहर क़ाज़ी ने मुस्लिम समाज में
शादी ब्याह के नाम पर परिचय सम्मेलन करवाने की भी आलोचना करते हुए कहा के
जानवरों की तरह से इस तरह का बाज़ार लगाना इस्लाम में इजाज़त नहीं देता
,,,कोटा शहर क़ाज़ी ने लोगों की पढ़ाई पर ज़ोर देते हुए कहा के हमारे समाज में
पढ़ाई का प्रतिशत सो फीसदी करना होगा ,,जबकि स्मेक और दूसरे नशे से परेशान
लोगों के पुनर्वास के लिए भी कोई रोज़गार की योजना तैयार करना होगी ,,,कोटा
शहर क़ाज़ी ने कहा के वर्तमान हालातों में निकाह और फिर तलाक़ के मामले बहुत
तादाद में आ रहे है ,,ऐसे में अब हमारी ज़िम्मेदारी है ,,के शहर को पांच
सेक्टरों में बाँट कर इस शहर में पृथक पृथक सुलह समितियों का गठन हो जो
समितियां ऐसे लोगों की समझाइश कर दरकते रिश्तों को बचाये रखने की कोशिश
करेंगे ,,,,,कोटा शहर क़ाज़ी के आह्वान पर पुरे शहर के दूर दराज़ से आये सभी
मस्जिदों के इमाम ,,प्रबुद्ध लोग ,,समाज सेवक ,वकील ,,व्यापारियों सहित सभी
लोग एक जुट लगे और सभी ने इस मामले में सहमति जताते हुए ,,इस सुधारात्मक
मुहीम को चालु रखने और इसमें हर तरह से मददगार होने का वायदा किया ,,,बैठक
में बेरोज़गार लोगों को सत्तार भाटी द्वारा ठेले उपलब्ध कराने और गुलशेर
अहमद द्वारा फ्रूट ,,सब्ज़ी वगेरा ,,उधार दिलाने की ज़िम्मेदारी लेना बताया
,,बैठक में जमील अहमद एडवोकेट ,नईमुद्दीन गुड्डू ,,रफ़ीक़ बेलियम ,,अख़्तर खान
अकेला ,,पार्षद मोहम्मद हुसेन ,,,नायब क़ाज़ी ज़ुबेर अहमद ,,मंज़ूर तंवर
,,बाबा रज़ाक ,,साबिर भाटी ,,,मुज़फ्फर राईन ,,आबिद अब्बासी एडवोकेट ,,
लियाक़त अंसारी ,,सलीम मोहम्मद खान ,, सलीम अब्बासी ,,,शफी मोहम्मद ,,ज़ाकिर
रिज़वी ,,,आबिद अहमद ,,,मुनव्वर खान सहित सभी मस्जिदों के इमाम ,,संस्थाओ
के प्रतिनिधि वगेरा मौजूद थे ,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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