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07 फ़रवरी 2016

राजस्थान में सियासी उपेक्षा का शिकार उर्दू शिक्षक समाज ,,उर्दू जानने ,,उर्दू पढ़ने वाला समाज ,,,इन्साफ की जंग लड़ रहा है

राजस्थान में सियासी उपेक्षा का शिकार उर्दू शिक्षक समाज ,,उर्दू जानने ,,उर्दू पढ़ने वाला समाज ,,,इन्साफ की जंग लड़ रहा है ,,लेकिन सियासी मौक़ापरस्त पार्टियां उनकी मददगार नहीं बन रही है ,,,,,राजस्थान लोक सेवा आयोग से विधिअनुसार परीक्षा पास कर चयनित होने वाले दो सो इक्कीस उर्दू के लेक्चरर चयनित होकर भी सरकार की हठधर्मिता और प्रतिपक्ष के रूखे रवय्ये के कारण ,,अधर झूल में है ,,,,,,उर्दू के दो सो इक्कीस लेक्चरर्स की नियुक्तिया अख़बार में प्रकाशित हुई ,,आवेदन लिए ,,परीक्षा हुई ,,लोक सेवा आयोग ने दो सो इक्कीस लेचररर मेरिट के आधार पर चयनित कर नियुक्ति देने के लिए सूचि शिक्षा विभाग को भेजी ,,शिक्षा विभाग पहले हाईकोर्ट के नाम पर टालता रहा , ,अब हायकोर्ट ने इन नियुक्तियों को हरी झंडी दी है ,,तो शिक्षा निदेशक बिकानेर ने इन चयनित लेचरर की कॉन्सिलिंग कर दस्तावेजो की जांच भी कर ली ,,,इन चयनित दो सो इक्कीस को तुरंत नियुक्ति पत्र मिलना था ,,लेकिन इनकी पत्रावली अनावश्यक रूप से मुख्यमंत्री कार्यालय में अटका कर रखी है ,,पहले यह कहा जाता था ,,मुख्यमंत्री तो उदार है ,,शिक्षा मंत्री उर्दू विरोधी है इसलिए वोह नियुक्ति नहीं देना चाहते ,,लेकिन अब तो शिक्षामंत्री की तरफ से पत्रावली मुख्यमंत्री कार्यालय में है ,,और मुख्यमंत्री सहित उनके अधिकारियो को इस पत्रावली को स्वीकृत कर नियुक्ति के निर्देश देने की फुर्सत नहीं है ,,,डिप्रेशन के शिकार चयनित लेचरर पास होकर भी नियुक्ति नहीं मिलने से निराशा में है और वोह कोई भी आत्मघाती क़दम उठा सकते है ,,डिप्रेशन में यदि एक भी चयनित की अकाल मोत हो गयी तो सरकार को इसका जवाब देना भारी पढ़ेगा ,,,चयनित लेक्चरर्स के मामले में प्रतिपक्ष नेता रामेश्वर डूडी सहित दूसरे पदाधिकारियों का रवय्या भी रखा और उपेक्षा वाला है ,,इनके इस रवय्ये से उर्दू के हमदर्दो और उर्दू से जुड़े पुरे समाज में इस कॉम के साथ सियासत सिर्फ सियासत करने वालों के खिलाफ ज़बरदस्त गुस्सा है ,,हो सकता है फिर इस मामले में एक बढ़ी इन्साफ की लड़ाई उर्दू के हमदर्दो और उर्दू से जुड़े समाज को सड़को पर लड़ने के लिए उतरना पढ़े ,,,,,,,,,,हो सकता है यह समाज चुनाव में इस नियुक्तियों के मामले में आवाज़ नहीं उठाने वाले प्रतिपक्ष को भी सबक सिखाये ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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