सूरत. गुजरात में पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल का एक
और लेटर सामने आया है। देशद्रोह के मामले में सूरत की जेल में बंद हार्दिक
ने अपने पिता को लिखे लेटर में राज्य सरकार पर आंदोलन खत्म करने के लिए
प्रेशर बनाने का आरोप लगाया। कहा है कि 1200 करोड़ रुपए और बीजेपी युवा
मोर्चा का नेशनल प्रेसिडेंट बनाने का ऑफर भी दिया गया था। हार्दिक ने कहा- जेल आकर ऑफर देते हैं सरकारी अफसर...
और क्या लिखा है हार्दिक ने लेटर में?
- ''पिछले 3-4 दिनों से सरकार के 2-3 अफसर मुझसे अहमदाबाद और सूरत की जेल में मुलाकात कर चुके हैं।''
- ''इनमें से एक तो आईएएस अफसर है। इन्होंने मुझसे कहा कि वे ही गुजरात की सरकार चला रहे हैं।''
- ''मुझसे मिलने वाले अफसरों में एक वही हैं, जिन्होंने आंदोलन के वक्त पाटीदारों पर लाठीचार्ज का आदेश दिया था।''
- ''इन अफसरों ने उनसे यह भी कहा कि अगर आंदोलन बंद नहीं हुआ तो इससे जुड़े कोई भी नेता रिहा नहीं हो सकेंगे।''
- ''इनमें से एक तो आईएएस अफसर है। इन्होंने मुझसे कहा कि वे ही गुजरात की सरकार चला रहे हैं।''
- ''मुझसे मिलने वाले अफसरों में एक वही हैं, जिन्होंने आंदोलन के वक्त पाटीदारों पर लाठीचार्ज का आदेश दिया था।''
- ''इन अफसरों ने उनसे यह भी कहा कि अगर आंदोलन बंद नहीं हुआ तो इससे जुड़े कोई भी नेता रिहा नहीं हो सकेंगे।''
हार्दिक ने कहा- घर से निकाल देंगे, तब भी आंदोलन जारी रहेगा
- हार्दिक ने लेटर में लिखा, ''जेल से बाहर नहीं आ पाने का कोई मलाल नहीं है।''
- ''मैं अपने समाज से गद्दारी नहीं करूंगा। मैं आंदोलन के अन्य नेताओं से कहना चाहता हूं कि आंदोलन जारी रखें।''
- ''मैं अपनी मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रखूंगा। अगर मुझे घर से भी निकाल दिया जाएगा, तब भी मैं हार नहीं मानूंगा।''
- ''मैं अपने समाज से गद्दारी नहीं करूंगा। मैं आंदोलन के अन्य नेताओं से कहना चाहता हूं कि आंदोलन जारी रखें।''
- ''मैं अपनी मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रखूंगा। अगर मुझे घर से भी निकाल दिया जाएगा, तब भी मैं हार नहीं मानूंगा।''
कहा- जमानत के बाद धूमधाम से बहन की शादी करूंगा
- हार्दिक ने आगे लिखा है, ''आप लोग मेरी चिंता न करें। मुझे अगर जमानत मिली तो बाहर आते ही धूमधाम से बहन की शादी करूंगा।''
- ''अगर हमारे घर आंदोलन का कोई नेता आकर आंदोलन बंद करने की बात कहता तो उससे आप लोग कह देना कि मेरे लड़के से पहले अन्य युवकों को जेल से रिहा करो।''
- ''अगर हमारे घर आंदोलन का कोई नेता आकर आंदोलन बंद करने की बात कहता तो उससे आप लोग कह देना कि मेरे लड़के से पहले अन्य युवकों को जेल से रिहा करो।''
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