आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

21 जनवरी 2016

हाँ तुमने ,,हाँ तुमने

हाँ तुमने ,,हाँ तुमने
हाथो में हाथ डाल कर
आँखों में आँखे डाल कर
होंठो पे होंठ रखकर
महकती खुशबु के साथ
खनकती आवाज़ में कहा था
हाँ मुझे तुमसे प्यार है
हाँ मुझे तुमसे प्यार है ,,
साँसों में सांस मिलाकर
हाँ तुमने कहा था
अब एक पल भी तुम हमसे
जुदा न रह पाओगे ,,,
गलत बिलकुल गलत कहा था
खुद ही देखलो 2160 सेकंड
तुम्हे हमसे जुदा हुए हो गए ,,,,
गलत बिलकुल गलत कहा था ,,,अख्तर

1 टिप्पणी:

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...