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25 दिसंबर 2015

INSIDE STORY: शरीफ बोले- प्लीज आइए तो मना न कर सके मोदी, जिंदल बने जरिया?

इंडस्ट्रियलिस्ट सज्जन जिंदल ने लाहौर से यह फोटो ट्वीट की।
इंडस्ट्रियलिस्ट सज्जन जिंदल ने लाहौर से यह फोटो ट्वीट की।
नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी के शुक्रवार को अचानक पाकिस्तान पहुंचने की कहानी क्या है? असल में मोदी ने सुबह पाक पीएम नवाज शरीफ को फोन कर बर्थ-डे विश किया। नवाज ने उनसे काबुल से लौटते वक्त लाहौर में लंच करने को कहा। मोदी ने यह गुजारिश मान ली। दिलचस्प बात यह है कि इंडस्ट्रियलिस्ट सज्जन जिंदल भी लाहौर में हैं। मोदी-नवाज की पहले हुई दो मुलाकातों में भी जिंदल का रोल रहा है।
कैसे ऐन वक्त पर तय हुआ दौरा?
- शुक्रवार सुबह 11.30 पर मोदी ने नवाज को फोन कर उनके 66वें जन्मदिन की बधाई दी।
- पाकिस्तान के फॉरेन सेक्रेटरी एजाज चौधरी के मुताबिक, ‘नवाज ने कहा- प्लीज आइए। आप हमारे मेहमान बनिए। प्लीज आइए और
मेरे साथ चाय पीजिए।’
- इस पर मोदी ने कहा- हां। आ सकता हूं।
- जब मोदी लाहौर एयरपोर्ट पर उतरे तो नवाज ने उनसे कहा, ‘तो... आप आखिरकार आ गए।’
- मोदी ने कहा, ‘बेशक। बिल्कुल।’
- इसके बाद दोनों मुस्कुराए और गले लग गए।
क्या था डोभाल का रोल?
- मोदी सरकार से करीब से जुड़े एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया- ऐन वक्त पर यह दौरा पीएम और एनएसए अजीत डोभाल ने मिलकर तय किया था। लेकिन इसे पाकिस्तान को लेकर भारत की पॉलिसी बदलने की नजर से न देखें।
- सूत्र ने बताया- हां। ये बात साफ है कि मोदी और डोभाल जैसे उनकी टीम के लोग कोई भी फैसला किसी भी रफ्तार से ले सकते हैं।
कांग्रेस ने भी किया इशारा
- कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ''पहले से ही प्रस्तावित थी मोदी की पाकिस्तान यात्रा। एक कारोबारी पाकिस्तान में मौजूद हैं। वे ही ये मुलाकात करा रहें हैं।''
- कांग्रेस का इशारा सज्जन जिंदल की तरफ ही था।
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी स्पोक्सपर्सन अनिल बलूनी ने कहा, ''बर्थडे विश के लिए मोदी ने शरीफ को फोन किया तो पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि दिल्ली लौटते वक्त लाहौर में लंच करते जाइए। इस पर पीएम मोदी ने कहा आ सकता हूं। इसके बाद वे लाहौर पहुंचे।''
मोदी-नवाज के बीच मीटिंग में सज्जन का रोल होने के कैसे मिले संकेत?
- @sajjanjindal ने शुक्रवार को पहला ट्वीट किया- In Lahore to greet PM Navaz Sharif on his birthday.
- इसके बाद जिंदल ने लाहौर के 1880 में बने एक एेतिहासिक होटल की फोटो ट्वीट की।
- इस फोटो में अल्लामा इकबाल, जुल्फिकार अली भुट्टो, दिलीप कुमार, मोहम्मद रफी जैसी हस्तियों की तस्वीरें टंगी नजर आ रही हैं।
- ये ट्वीट इस इत्तेफाक को बताते हैं कि एक बार फिर जब मोदी-नवाज की मुलाकात हो रही है तो जिंदल उसी शहर में मौजूद हैं।
दिल्ली और नेपाल में क्या था जिंदल का रोल?
1. दिल्ली
- सज्जन जिंदल ही वह शख्स थे जिन्होंने दिल्ली में मोदी के शपथ ग्रहण के बाद शरीफ के लिए टी-पार्टी होस्ट की थी।
- इसके बाद वे शरीफ के बेटे हुसैन को लंच के लिए दिल्ली में एक होटल में लेकर गए थे।
2. काठमांडू
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नवाज-मोदी के बीच मीटिंग 26 या 27 नवंबर, 2014 को काठमांडू के एक होटल में हुई थी।
- तब दोनों नेता सार्क समिट में हिस्सा लेने के लिए काठमांडू में मौजूद थे।
- काठमांडू से मोदी ने खुद सज्जन को फोन कर तुरंत नेपाल आने और शरीफ से कॉन्टैक्ट करने को कहा था।
- इसके बाद जिंदल के रूम में ही दोनों नेताओं ने सीक्रेट मीटिंग की थी।
- एक अंग्रेजी अखबार ने मशहूर जर्नलिस्ट बरखा दत्त की किताब ‘This Unquiet Land - Stories from India’s Fault Lines’ के हवाले से यह खुलासा किया था।
कौन हैं सज्जन और क्या है भारत-पाक रिश्तों में उनका स्टील कनेक्शन?
- 3000 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी के मालिक सज्जन जिंदल स्टील और पाॅवर प्रोडक्शन के फील्ड में बड़ा नाम हैं।
- वे जेएसडब्ल्यू स्टील के चेयरमैन हैं।
- सज्जन नवाज शरीफ के साथ करीबी रिश्तों के कारण सुर्खियों में रहे हैं।
- अफगानिस्तान से सड़क के रास्ते आयरन-ओर (अयस्क) पाकिस्तान के पोर्ट्स तक लाया जाता है।
- वहां से उनकी कंपनी वेस्टर्न और सदर्न इंडिया के पोर्ट्स तक आयरन-ओर लाती है।
- काठमांडू में मोदी-शरीफ की मुलाकात में सज्जन के रोल को इमरान खान ने भी स्टील कनेक्शन करार दिया था।
सज्जन के भाई नवीन हैं कांग्रेस लीडर

- जिंदल ग्रुप की नींव ओपी जिंदल ने रखी थी। एक हेलिकॉप्टर क्रैश में उनकी मौत हो गई थी।
- इसके बाद उनके चार बेटों पृथ्वीराज जिंदल, सज्जन, रतन और नवीन ने उनके बिजनेस को आगे बढ़ाया। नवीन कांग्रेस लीडर हैं।
- ओपी जिंदल की पत्नी और सज्जन की मां सावित्री जिंदल ग्रुप की सभी कंपनियों की चेयरपर्सन हैं।
नेपाल में कैसे हुई थी मीटिंग?
- दरअसल, मोदी-नवाज यह चाहते थे कि उनके बीच ऐसा कोई भरोसेमंद आदमी हो, जो मीडिएटर का काम कर सके।
- इसके लिए सज्जन जिंदल फिट पाए गए।
- सज्जन के नवाज और उनके बेटे हुसैन से अच्छे रिश्ते हैं।
- वहीं, सज्जन को पीएम मोदी का भी करीबी माना जाता है।
- हालांकि, सज्जन ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
क्या रजामंदी बनी?
> दोनों नेताओं के बीच इस बात को लेकर रजामंदी बनी कि रिश्तों पर आगे बढ़ने में अभी कुछ और वक्त लगेगा।
< हालांकि, शरीफ जब मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली आए थे, तब भी दोनों नेताओं के बीच रिश्ते सुधारने पर रजामंदी बनी थी।
मोदी की इच्छा और शरीफ की मजूबरी
< दावे के मुताबिक, मोदी ने शरीफ से जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव का जिक्र किया और औपचारिक बातचीत की इच्छा जताई।
> शरीफ ने अपने ऊपर आर्मी का दबाव होने की बात को माना और कहा कि उनके पास बातचीत के लिए ज्यादा अधिकार नहीं हैं।
< इसके दो महीने बाद मोदी ने शरीफ को फोन किया। मोदी ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को वर्ल्ड कप के लिए ‘बेस्ट ऑफ लक’ कहा था।

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