देश का वीभत्स निर्भया हत्याकांड ,,,,देश ना भुला है ना भूलेगा ,,इस वीभत्स
हत्याकांड के बाद कांग्रेस सरकार ने भारतीय दंड संहिता ,,दण्डप्रक्रिया
संहिता में संशोधन कर कड़े क़ानून का प्रावधान किया ,,पोस्को क़ानून लागू किया
,,लेकिन कांग्रेस के सांसद बाल संरक्षण अधिनियम में संशोधन करना भूल गए
,,प्रतीपक्ष में भाजपा थी याद भी नहीं दिलाया ,,खेर कांग्रेस को जनता ने
सबक सिखाया ,,,कांग्रेस सिमट गई ,,भाजपा के लोग जो निर्भया मामले में
सक्रिय थे ,,आंदोलन कर रहे थे ,,बुद्धिजीवी थे ,,भाजपा की ज़बरदस्त
बहुमत से सरकार आने के बाद ,.,,भाजपा के पास सुब्रमण्यम स्वामी जैसे वकील
होने के बाद भी ,,राष्ट्रभक्त संगठन के होने के बाद भी ,,,भाजपा के पूर्ण
बहुमत वाले सांसदों ,,प्रधानमंत्री ,,महिला मंत्रियों के दिमाग में बाल
संरक्षण क़ानून के मामले में निर्भया के हत्यारे को सजा दिलवाने का विचार
नहीं आया ,,अगर ऐसा हुआ होता ,,बाल संरक्षण क़ानून में इस सरकार ने संशोधन
कर अपराधो के हिसाब से सज़ा का कठोर प्रावधान किया होता ,,तो जनाब यह
निर्भया का हत्यारा छूटा नहीं होता ,,आप ,,में ,,देश के सभी लोग ,,अदालते
,,देश के इन सांसदों द्वारा बनाये गए क़ानूनो से पाबंद है ,,अदालतों को दोष
देना बेकार है ,,बेमानी है ,,खुद को दोष दो ,,,सियासी पार्टियों और जिन्हे
आपने ,,हमने चुन कर भेजा है उन्हें दोष दो ,,,उन्हें सजा दो ,,केवल इसे
इश्यू बनाने से काम नहीं चलेगा ,,विचार करो ,,सच की तह तक पहुँचो ,,लोकसभा
ऐसे क़ानून बनाने में लापरवाह है इस बुनियाद को समझो ,,अभी भी कुछ नहीं
बिगड़ा है अपने अपने सांसदों से क़ानून बनाने के लिए दबाव बनाओ विशेष सत्र
बुलवाओ और निर्भया के अपराधी को फिर से सींखचों के पीछे भेजने के लिए
रेट्रोस्पेक्टिव एफेक्ट के साथ लागू होने वाला क़ानून बनवाओ ,,अगर हम ऐसा
नहीं कर सकते तो हमे निर्भया की मोत को तमाशा बनाने की ज़रूरत नहीं है
,,खुद अपने ज़मीर को टटोले और उठे ,,क़लम उठाये ,,अपने अपने सांसदों के पास
जाए उन्हें लोकसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए मजबूर करे तब तक
प्रधानमंत्री महोदय से कहे के एक ओर्डीनेंस तत्काल लागू करने वाला लाकर
निर्भया के दोषी को फिर से जेल में डालने का क़ानून लेकर आये ,,,,,,अख्तर
खान अकेला कोटा राजस्थान
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