कुछ ,,,षड्यंत्रकारियों को छोड़कर,,,, भारत का हर शख्स ,,,,सोनिया गांधी और
राहुल गांधी के साथ है ,,देश के नौजवान ,,बुज़ुर्ग ,,महिलाओं ने ,,,कल
नेशनल हेराल्ड की पेशी के दौरान ,,,,षड्यंत्रकारी कार्यवाही मामले में
,,,,देश भर के विरोध प्रदर्शनों से,,, यह साबित कर दिया है ,,,कांग्रेस
विपक्ष में है ,,,बिखरी हुई है ,,टूटी हुई है ,,सिमटी हुई है ,,लेकिन
,,कांग्रेस चुनाव हारी थी ,,हिम्मत नहीं हारी थी ,,इसीलिए कांग्रेस हर जगह
,,चुनावों में ,,,उपचुनावों में ज़िंदाबाद हो रही है ,,सड़को पर कांग्रेस
ज़िंदा है ,,तो नोजवानो ,,बुज़ुर्गों ,,महिलाओं के दिलों में,,,कांग्रेस धड़कन
बनकर धड़क रही है ,,,जनता पहले भी कांग्रेस को चाहती थी ,,आज भी कांग्रेस
को चाहती है ,,और भविष्य में भी ,,,,देश को बेहतर चलाने के लिए ,,,कांग्रेस
के अलावा ,,,देश के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है ,,लेकिन ,,,,कांग्रेस
में कुछ लोग ,,,जो भाजपा और दूसरी पार्टियों के मुखबिर बने है ,,कुछ लोग
,,,कांग्रेस में रहकर ,,,कांग्रेस को तोड़ने ,,बिखेरने ,,बदनाम करने की,,,
साज़िशों में जुटे है ,,ऐसे लोगों को ,,,,कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाकर
कर,,, अब कांग्रेस में शुद्धिकरण अभियान ,,,चलाने की भी आवश्यकता है
,,,,देश में कांग्रेस को एक जुट होना है ,,निर्गुट होना है ,,इसके लिए
त्वरित फैसले ,,सही और निष्पक्ष फैसलों की ज़रूरत है ,,व्यक्तिवादिता को
खत्म करने की ज़रूरत है ,,कांग्रेस से बढ़ा कोई नहीं ,,,इस ऐलान के साथ ,,जो
लोग कांग्रेस को अपने घरो से चलाना चाहते है ,,,ऐसे लोगों के खिलाफ
,,,,,कांग्रेस के दफ्तरों में बैठकर ,,,,उन्हें कांग्रेस से निकालने का
ऐलान करना होगा ,,,जो लोग कांग्रेस में रहकर,,,, आर एस एस की साम्प्रदायिक
भाषा का इस्तेमाल करते है ,,,मुस्लिम वादी ,,या फिर हिंदूवादी चेहरा रखते
है ,,,दलितों के हक़ों को मारते है ,,कांग्रेस के संविधान के खिलाफ ,,,दलित
,,महिला ,,अल्पसंख्यकों को नज़र अंदाज़ करते है ,,,जो लोग टिकिट देने ,,वोट
देने में,,, हिन्दू मुस्लिम देखते हो ,,,ऐसे लोगों से तो कांग्रेस को
शुद्ध करना ही पढ़ेगा ,,ढीले फैसले ,,,जैसे कोटा में अभी तक नगर निगम में
प्रतिपक्ष का नेता नहीं ,,संगठन के कई प्रकोष्ठ ,,कई संगठन के पद खाली पढ़े
है,,,,, ऐसे मामलों में त्वरति निर्णय लेना होंगे ,,,,दस जनपथ से लेकर
तुग़लक़ रोड की दुरी खत्म कर ,,,,इंद्रा भवन अखिल भारतीय कांग्रेस में समेटना
होगा ,,,,लोगों से मिलना होगा ,,लोगों के जज़्बातों का सर्वे कराना होगा
,,कार्यकर्ताओं का मान सम्मान हो ,,,,कार्यकर्ता अगर किसी नेता के
इन्तिज़ार में धूप में तप रहे है ,,,सर्दी में ,,,ठिठुर रहे है, तो केसी
ही विकट परिस्थिति हो,,, उनके सम्मान में,,, दो मिनट अपनी लक्ज़री गाड़ियों
से उत्तर कर,,,, कार्यकर्ताओं की संवेदना सुनना होगी,,,, उनका मान सम्मान
स्वीकारना होगा ,,,आज देश को,,, कांग्रेस सिर्फ,,, कांग्रेस से उम्मीदे है
,,देश में ,,,कांग्रेस मुक्त भारत ,,,,की बात करने वाले पहले भी चले गए
,,,और आज भी बैकफुट पर है ,,,लेकिन कांग्रेस मुक्त भारत का जुमला ,,,ऐसे
लोगों को कहने का मौक़ा ,,,,कुछ ऐसे ही कोंग्रेसियों ने दिया है ,,,,,जो
हठधर्मिता कर रहे थे ,,जो साम्प्रदायिकता फैला रहे थे ,,जो भ्रष्टाचार कर
रहे थे ,,,,ऐसे लोगों से कांग्रेस को गुप्त सर्वे करवाकर मुक्त करना होगा
,,कांग्रेस को फिर से इंदिरा गांधी ,,राजीव गांधी की नीतियों पर चलना होगा
,,,कांग्रेस का कोई भी मंत्री ,,कोई भी पदाधिकारी,,,, किसी भी ज़िले या फिर
ब्लॉक में जाए ,,,उसे कांग्रेस कार्यालय में बैठकर ,,,सारी बातें करना
होंगी,,, किसी के घर या फिर सर्किट हाउस ,,होटलों में नहीं ,,,कांग्रेस के
कार्यालय को ,,,,मंदिर समझना होगा ,,,कांग्रेस के परम्परागत वोटर्स को रीढ़
की हड्डी स्वीकार करना होगा ,,जो लोग कांग्रेस से दूर हुए है ,,,,उन्हें
मनाना होगा ,,ज़िलों ,,ब्लॉकों ,,प्रदेशों में,,,, कांग्रेस के ढांचे की
निगरानी के लिए,,, विशेष समितियों का गठन करना होगा ,,,,राजीव गांधी की
तर्ज़ पर ,,,,,विश्वासपात्र ,,गुप्तचरों की नियुक्ति करना होगी,,,,, ताकि
धरातल पर काम करने वाले ,,,लोगों को ही मौक़ा मिले ,,कार्यकर्ता के विकास
में ,,,रुपया आढ़े न आये ,,,बढ़ी बढ़ी गाड़ियां ,,,महंगे महंगे गिफ्ट ,,,चमक
,,दमक देखकर ,,महिलाओां के चेहरे देखकर ,,,पद बांटने की परम्परा पर रोक
लगे ,,एक गरीब कार्यकर्ता को भी स्थान मिले ,,,,और फिर उसे आर्थिक मदद भी
मिले,,,ताकि दलित ,,अल्सपंख्य्क ,,गरीबों की कांग्रेस ज़िंदाबाद हो सके
,,,कांग्रेस संगठन विधान के अनुरूप चलाई जाए ,,जिला स्तर पर सदस्यों से
उनकी वार्षिक आमदनी का एक प्रतीशत फंड से अगर लिया जाए ,,,तो संगठन जिला
,,ब्लॉक ,,प्रदेश स्तर पर खुद आबाद हो जाएगा ,,,,कोषाध्यक्ष को कोषाध्यक्ष
का काम करने दिया जाए ,,अभी ज़िलों में कोषाध्यक्ष के पास काम ही नहीं है
,,जिला कमेटियों की बेठके ही नहीं होती है ,,जिला पदाधिकारी ,,पार्षद
टिकटार्थी ,,ज़िलापरिषद ,,पंचायत प्रत्याक्षी ,,विधायक ,,पूर्व विधायक
,,पूर्व मंत्री ,,,पूर्व सांसद ,,वगेरा पार्टी के कार्यक्रमों में जानबूझ
कर अनुपस्थित रहते है ,,खुद को कांग्रेस से बढ़ा ,,कांग्रेस से अलग थलग
,,,साबित करने के लिए ,,,अपने अलग कार्यक्रम करते है ,,लेकिन कांग्रेस में
ऐसे ही लोगों को तरजीह दी जाती है ,,जिला अध्यक्ष चयन में सोचा जाता है
,,,,गरीब है तो संगठन कैसे चलाएगा ,,टिकिट देते वक़्त देखा जाता है चुनाव के
लिए फंड कहाँ से लाएगा ,,इस परम्परा को खत्म करना होगा ,,,अभी कांग्रेस
में जोश है ,,ज़िंदाबाद है ,,कांग्रेस में बस होश लाना होगा ,,एकजुटता लाना
होगी ,,दस जनपथ ,,तुग़लक़ लेंन को एक जुट करना होगा ,,,,,,,,,,,,,,बस देश में
एक बार फिर कांग्रेस ही कांग्रेस होगी ,,,इसके लिए सख्ती करना होगी ,,कुछ
क़ुर्बानियाँ देना होगी ,,,,,,,,,,,कांग्रेस को अच्छे प्रवक्ता ,,अच्छे लेखक
,,अच्छे सोशल मीडिया एक्टिविस्ट ,,अच्छी विचारकों ,,अच्छे मानवाधिकार
कार्यकर्ताओं ,,,समाजसेवकों को दिल से जोड़ना होगा ,,चगलखोर ,,चापलूसों
,,रईसजादों से बचना होगा ,,,,कांग्रेस को एक बारे फिर पुराने मुकदमो ,एफ आई
आर ,,कार्यालय की लीज़ ,,ट्रस्ट ,,,सिस्टम का पुनर्गठन कर हर मुक़दमे ,,हर
चुनौती ,,,का सावधानी से मुक़ाबला करना होगा ,,तब कहीं कांग्रेस एक बार फिर
निर्भीक ,,,निष्पक्ष ,,देश चलाने वाला ,,जनता की कसोटी पर खरा उतरने वाला
बन सकेगा ,,,,,,,,,,,,,नेशनल हेराल्ड मामले में अगर कांग्रेस के वकीलों ने
सही सलाह दी होती ,,गंभीरता दिखाई होती तो सुब्रमण्यम स्वामी को यह तमाशा
करने का मौक़ा ना मिला होता ,,इसलिए विधि प्रकोष्ठ को मज़बूत और ईमानदार
बनाना होगा ,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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