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22 सितंबर 2015

मूर्ति विसर्जन पर वाराणसी में बवाल, लाठीचार्ज में दर्जनभर से अधिक लोग घायल

घायल संत को उठाता पुलिसकर्मी।
घायल संत को उठाता पुलिसकर्मी।
वाराणसी. गंगा नदी में गणेश प्रतिमा विसर्जन को लेकर मंगलवार को वाराणसी में जमकर बवाल हुआ। गंगा में प्रतिमा विसर्जन पर अड़े लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। इसके बाद, हालात बेकाबू होता देख देर रात पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। इसमें दर्जनभर से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों में कुछ संत भी शामिल हैं।

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गंगा में मूर्तियों के विसर्जन पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने रोक लगाने के साथ ही यह भी आदेश दिया था कि सरकार मूर्तियों के विसर्जन की वैकल्पिक व्यवस्था करे। इसी को लेकर विवाद चल रहा है। धार्मिक संगठन गंगा में प्रतिमा विसर्जन पर अड़े हैं।
दिन में भी हुई थी नोकझोंक
प्रशासन की रोक के विरोध में गणेश पूजा समिति, संत समाज, हिंदू युवा वाहिनी ने बनारस बंद का आह्वान किया था। सुबह दुकानों को बंद कराना शुरू कर दिया। इसे लेकर गोदौलिया और गिरजाघर के पास पुलिस से उनकी जमकर नोकझोंक भी हुई। तनाव को देखते हुए वहां कई थानों की पुलिस के साथ पीएसी भी तैनात कर दी गई थी। वहीं, शंकराचार्य के प्रतिनिधि बनकर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद भी वहां पहुंचे और उन्होंने भी समिति को समर्थन दिया।
सोमवार शाम से शुरू हुआ बवाल
काशी मराठा गणेश उत्सव समिति सोमवार की शाम 6 बजे गंगा में गणेश प्रतिमा के विसर्जन के लिए दशाश्वमेध घाट जा रहा थी। गंगा में मूर्ति विसर्जन को लेकर जिला प्रशासन ने गोदौलिया चौराहे के पास ही मूर्ति को रोक दिया। पुलिस के रोकते ही समिति से जुड़े सैकड़ों लोग और अन्य भक्त नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। भीड़ को देखते हुए मेयर राम गोपाल मोहले, एसपी सिटी समेत कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई।
महाराष्ट्र में भी रोकेंगे मूर्ति विसर्जन
गणेश उत्सव समिति के अध्यक्ष संतोष पाटिल का कहना है कि महाराष्ट्र में भी कई समिति के लोग उनके समर्थन में आ गए हैं। विसर्जन से रोका गया तो मुंबई में भी लोग मूर्ति रोक सकते हैं। समिति के महामंत्री अन्ना मोरे ने बताया एक दशक से ऊपर से काशी मराठा गणेश उत्सव समिति पूजन करते आ रहा है। मूर्ति विसर्जन उनकी आस्था से जुड़ा है। कोर्ट को दोबारा विचार करना चाहिए।

मोदी पर साधा निशाना
कांग्रेसी विधायक अजय राय ने कहा कि बनारस का सांसद खामोश क्यों है? 18 तारीख को नरेंद्र मोदी काशी आए तो शिक्षा मित्रों की तरह गंगा में मूर्ति विसर्जन पर क्यों नहीं बोले? अब उनकी आस्था कहां गई? वहीं, सपा के पूर्व राज्य मंत्री मनोज राय धूपचंडी ने कहा कि शहर का अमन चैन बिगाड़ने की ये बीजेपी की साजिश है। सांसद सूटकेस लेकर आते हैं और कहते है गंगा ने बुलाया है, इस मुद्दे पर वह अपना रुख स्पष्ट करें।
कोर्ट के आदेश का होना चाहिए पालन
मेयर राम गोपाल मोहले का कहना है हाईकोर्ट के आदेश का पालन करना चाहिए। समिति से बात की थी वो लोग नहीं माने।

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