आपका-अख्तर खान

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12 सितंबर 2015

अब मुझे सोने दो

बहुत हंस लिया
अब मुझे रोने दो
बहुत जाग लिया
अब मुझे  सोने दो
बहुत जी लिया
अब मुझे मर जाने दो
एह सब खुदा का खेल है
उसी ने हंसाया
उसी ने रुलाया
खुदा ने ही ज़िदगी दी
खुदा ही देखो मोत दे रहा है
बहुत जी लिया
अब मुझे
मर जाने भी दो ,,,,अख्तर

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