भरतपुर/भीलवाड़ा. 25 सितंबर को बकरीद से पहले राजस्थान में एक
स्पेशल बकरे को खरीदने को लेकर होड़ मची हुई है। इसे खरीदने के लिए 48 लाख
रुपए तक की बोली लग चुकी है। लेकिन बकरे के मालिक गोविंद चौधरी इसे 61 लाख
रुपए से कम में बेचने के लिए तैयार नहीं हैं। बकरे का ट्रीटमेंट आलीशान है।
इसके मालिक इसे कार से लेकर आते-जाते हैं। जबकि, इसे खाने में सिर्फ ड्राई
फ्रूट ही दिया जाता है।
क्यों लगी इतनी बोली?
लोगों को यह बकरा एक खास कारण से लुभा रहा है। दरअसल, इसके कान पर कुछ ऐसी आकृतियां बनी हैं, जिन्हें देख कर लगता है कि 'यासीन' (कुरआन की एक आयत) और 'मुहम्म्द' जैसे शब्द उकेरे हुए हों। इसलिए बकरीद पर कुर्बानी देने के मकसद से बकरा खरीदने वाले लोग इसके लिए ऊंची बोली लगा रहे हैं। बकरे के मालिक गोविंद को यकीन है कि उन्हें इसकी और ज्यादा कीमत मिलेगी।
एयरकंडीशंड कमरे में रखा जाता है बकरा
लोगों को यह बकरा एक खास कारण से लुभा रहा है। दरअसल, इसके कान पर कुछ ऐसी आकृतियां बनी हैं, जिन्हें देख कर लगता है कि 'यासीन' (कुरआन की एक आयत) और 'मुहम्म्द' जैसे शब्द उकेरे हुए हों। इसलिए बकरीद पर कुर्बानी देने के मकसद से बकरा खरीदने वाले लोग इसके लिए ऊंची बोली लगा रहे हैं। बकरे के मालिक गोविंद को यकीन है कि उन्हें इसकी और ज्यादा कीमत मिलेगी।
भरतपुर जिले के मूल निवासी गोविंद फिलहाल भीलवाड़ा में रहते हैं। यहां
उन्होंने अपने बकरे के खाने-रहने का बेहद खास इंतजाम किया हुआ है।
17 महीने के इस बकरे को एयरकंडीशंड कमरे में रखा जाता है। गोविंद ने इसे 9.50 लाख रुपए में खरीदा था।
गोविंद को उम्मीद है कि बकरीद के मौके पर उन्हें बकरे का अच्छा दाम
मिल जाएगा। इन दिनों बकरे की बिक्री खूब बढ़ जाती है। इस बार तो ऑनलाइन भी
बिक्री हो रही है और इस पर धार्मिक बहस भी छिड़ गई है।
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