एक खामोश बुर्दुबार शख्सियत ,,जो ईमानदार है ,,इन्साफपरस्त है ,,अमीन है
,,दयानतदार ,,साफ़ गो और बर्दाश्त की क़ूवत रखें वाला शख्स है ,, लोग सोचते
है के आखिर किया है इस शख्सियत में जो हर शख्स ,,धर्म ,,समाज ,,मज़हब
,,सम्प्रदाय ,,,सियासी पार्टियों को भुलाकर इस शख्सियत के आह्वान पर उठ खड़ा
होता है ,,दोस्तों में बात कर रहा हूँ कोटा शहर क़ाज़ी अनवार अहमद की जो हर
मुश्किल घडी में कोटा के अमन ,,कोटा के सुकून ,,कोटा के हक़ इंसाफ के साथ
खड़े है ,, वोह मुस्लिम समाज की बुराइयों के खिलाफ है तो उनके हक़ और इन्साफ
के लिए संघर्ष में अपना सब कुछ दांव पर लगाने से भी नहीं चूकते है ,,बीमारी
की हालत हो चाहे जो भी यह शख्स कॉम की हक़ की लड़ाई के लिए सभी समाजो को
,,सभी सियासी पार्टियों के नुमाइंदो को ,,सभी तरह की अलग अलग सोच रखने
वाले लोगों को अपने साथ एक डोरे में मोती की तरह पिरो कर बढ़ी से बढ़ी जंग
जीत लेता है ,,,जी हाँ दोस्तों कोटा पर कोई भी संकट हो ,,मुस्लिम समाज पर
कोई भी हमला हो ,,झूंठे मुकदमो की कहानी हो ,,,दंगे फसादात में ज़ुल्म
ज़्यादती हो ,,गैर राजनितिक तरीके से हिकमत ऐ अमली से मर्यादाओं में रहकर इस
शख्सियत ने कॉम की ताक़त एक कर हर लड़ाई जीती है ,,और यही शख्सियत
हिंदुस्तान में जन्मी हिंदुस्तानी ज़ुबान उर्दू को राजस्थान के स्कूलों से
खत्म कर सभी अध्यापको को हटाने के खिलाफ एक जुट है ,,,,,तहरीक ऐ उर्दू
राजस्थान के सरपस्त की हैसियत से कोटा शहर क़ाज़ी अनवार अहमद कोटा ही नहीं
राजस्थान की सर ज़मीन पर मर्यादित आचरण से इतिहास रचने जा रहे है ,,,तहरीक ऐ
उर्दू राजस्थान के इस सरपरस्त के ज़ेरे अलम कोटा और राजस्थान के सभी लोग एक
जुट होकर बिना किसी विवाद के उर्दू की हक़ की लड़ाई के लिए एक साथ निकल पढ़े
है ,,,,,कोटा में अमिन पठान भाजपा के है निज़ामुद्दीन बबलू भाजपा के है ,,तो
गुलशेर अहमद जमात के है ,,,मुज़फ्फर राहीन एस डी पी आई के है ,, ,,,,अशफ़ाक़
हुसेन ,,शफी मोहम्मद ,,ज़फर चिश्ती सीधे एस डी पी आई के है तो आसिफ खान
,,सैफुल्ला भाई वेलफेयर पार्टी के है ,,डॉक्टर ज़फ़र मोहम्मद कांग्रेस के है
तो कॉमरेड आर के स्वामी माक्र्सवादी है ,,ब्र्हम्मानन्द शर्मा समाजवादी है
तो मोहनलाल राव ,,पंकजमेहता ,,नईमुद्दीन गुडु कोंग्रेसी है ,,सभी एक झंडे
के नीचे है ,,भाई समीउल्ला अंसारी ,,भाई इमरान कुरैशी उनके इशारे पर गलियों
चौराहो पर पोस्टर चिपका रहे है जागरण अभियान चला रहे है ,,तो खलील
इंजीनियर ,,शफी खान ,,,गफ्फार मिर्ज़ा उनके साथ बैठकर हर मुद्दे पर चर्चा
कर रहे है सभी मस्जिदो के इमाम ,,मोलवी मौलाना ,,मौलाना फज़ले हक़
,,,सईद मुख्तार ,,,मुफ़्ती ,,,मौलाना अलाउद्दीन सभी तो इनके झंडे के निचे
तहरीक ऐ उर्दू के आंदोलन को सफल बनाने में जुटे है ,,,चलता फिरता ब्लड बैंक
समाजसेवक भाई ज़ाकिर रिज़वी ,,उमर रिज़वी ,,,,,,,,,,लियाक़त अंसारी हो ,,रज़ाक
अंसारी हो ,,,अज़ीज़ अंसारी हो जो भी हो सब उनके कहने पर तहरीक ऐ उर्दू
राजस्थान के साथ जुड़ गए है ,,,पॉपुलर फ्रंट के शोएब भाई हो ,,एस डी पि आई
के ,,हाफ़िज़ मंज़ूर ,,, मुज़फ्फर राहीन रात दिन एक कर तहरीक ऐ उर्दू के आंदोलन
को मिसाली बनाने में जुटे है ,,,ज़ाकिर हुसेन ,,फहीम खान ,,अमीन खान
,,,लईक़ भाई ,,,,रईस नवाब ,,,,,आरिफ नागोरी ,,रफ़ीक बेलियम ,,मुनव्वर खान
,,सलीम अब्बासी जो भी हो सभी तो इस खामोश इंसाफ परस्त शख्सियत के सामने
,,इनके बताये हुए निर्देशो पर उर्दू के हक़ के संघर्ष के लिए धर्म ,,समाज
,,सियासी पार्टियो विचारधाराओ से ऊपर उठ कर तहरीक ऐ उर्दू के आनदोलन के
साथ जुड़े है ,,सभी इस शख्सियत के ज़ेरे एहतमाम संकल्पबद्ध है के अगर सियासी
पार्टी और कॉम के हक़ के संघर्ष में से कोई एक चुनना हो तो इनके साथ काम
करने वाला हर शख्स केवल कॉम को ही चुनेगा और सियासी पार्टी को छोड़ देगा
,,लेकिन शहर क़ाज़ी अनवर अहमद का हुनर है ,, उनकी सीख ,,उनकी समझाइश है के
वोह सभी साथ काम करने वालों की निजी आज़ादी को ज़िंदा रखते हुए उनके निजी
स्वार्थो को छोड़ कर सिर्फ और सिर्फ कॉम के हक़ के संघर्ष में लगने को मजबूर
कर देती है ,,,,,,,,,,,,,,,तो दोस्तों खुदा से इस शख्सियत की सह्त्याबी
,,लम्बी उम्र और इनकी ताक़त सरकार में और मज़बूत हो ऐसी दुआ करो ,,इनका साया
,, इनकी सरपरस्ती हमारे साथ हमेशा हमेशा बनी रहे ,,,यह हमारे मार्गदर्शक
,,संरक्षक ,,हमारे रहबर ,,हमारे मुंसिफ है अल्ल्लाह इनका साया हमारे ऊपर
उनकी हिम्मत के साथ हमेशा बनाये रखे ,,और इनकी सरपरस्ती में तहरीक ऐ उर्दू
की इस लड़ाई को जीत हांसिल हो ,जीत हासिल हो ,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला
कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)