आगामी दो हज़ार अठारह राजस्थान विधानसभा चुनाव में टारगेट,, टू हंड्रेड
,,,यानी दो सो की दो सो विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की जीत की कोशिशों
में जुटे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अल्सपसंख्य्क विभाग के
प्रदेश चेयरमेंन हाजी निज़ाम कुरैशी का कहना है की राजस्थान के विकास
,,सौंदर्यकरण ,,,आंतरिक सुरक्षा और जनता के सामाजिक न्याय ,,कल्याण के लिए
कोंग्रेस ही एक अकेली ऐसी सियासी जमात है जो लोगों को उनका हक़ देती है
,,,निज़ाम कुरैशी कहते है के राजस्थान की जनता भाजपा के झूंठे और फरेबी
वायदों के झांसों में आकर अब पछता रही है ,,यही वजह है के आज राजस्थान का
वोटर भाजपा के खिलाफ सीधा खड़ा हो गया है ,,,,,,,निज़ाम कुरैशी राजस्थान
प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्सपंख्य्क विभाग में प्रदेश सुप्रीमो की हैसियत से
अब तक राजस्थान की सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर चुके है ,,,उन्होंने
अल्पसंख्यक विभाग की प्रदेश कार्यक्रारिणी के साथ साथ संभागीय स्तर पर
चेयरमेन नियुक्त कर संगठन की शक्तिया विकेंद्रीकृत कर क्षेत्र के लोगों को
संगठन से जोड़ने की सफलतम प्रयास किये है ,,सभी संभागो में चेयरमेन और
कार्यकारिणी की नियुक्ति जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद अब राजस्थान के
हर ब्लॉक ,,हर वार्ड ,,,हर बूथ संख्या पर अल्पसंख्यक विभाग का कार्यकर्ता
तैनात होगा ,,निज़ाम कुरैशी ने सभी अध्यक्षों को निर्देश दिए है के वोह
अपने अपने क्षेत्रो में गुटबाज़ी से ऊपर उठकर ,,,पार्टी हाईकमान के
निर्देशो पर समपर्ण भाव से पार्टी को मज़बूती देने का काम करे ,,जिला
कांग्रेस कार्यकारिणी से समन्वय बनाये ,,प्रभारियों के समक्ष अपना पक्ष रखे
,,पार्टी हाईकमान को ,,अल्पसंख्यक विभाग को अपने अपने क्षेत्रो में
कांग्रेस कहाँ किन कारणों से कमज़ोर है और इसे कैसे मज़बूत किया जा सकता है
रिसर्च पेपर सुझावों के साथ तय्यार कर भेजे ,,,,,,,,,,,,,,,,,निज़ाम कुरैशी
कांग्रेस कार्यकर्ताओें से कहते है के सत्ता की दमनकारी नीतियों से डरने
की ज़रूरत नहीं ,,सत्ता के खिलाफ संघर्ष ही हमारे साथी कार्यकर्ताओ को न्याय
दिलवाने का एक फार्मूला है ,,,,,,,,,निज़ाम कुरैशी ने सभी ज़िलों ,,संभाग और
पदेश में जेन ,,सिक्ख ,,,ईसाई सहित सभी अल्सपंख्य्क समाज के नेतृत्व को
तरजीह दी है ,,,,,,,,निज़ाम कुरैशी पहले ऐसे नेता है जिन्होंने जयपुर में
मंदिर तोड़ने पर आपत्ति जताते हुए साफ़ तोर पर सरकार को चेतावनी दी थी के
,,कोई भी धार्मिक स्थल चाहे मंदिर हो या कुछ और अगर तोड़ने की कोशिश की गई
तो सरकारी ज़ुल्म के बुलडोज़र को उनके ऊपर से निकलना होगा और तब से राजस्थान
में सरकार का रुख मंदिर तोड़ने के मामलों में खामोश हो गया है ,,,आर एस एस
भी निज़ाम कुरैशी के इस बयांन से शर्मसार होकर भाजपा के खिलाफ मंदिर तोड़ने
के मामले में चिंतन मंथन कर बोलने पर मजबूर हुई ,,,निज़ाम कुरैशी कहते है के
पार्टी के लिए खूब खुलकर काम करो ,,पार्टी में अपना हक़ भी लोकतान्त्रिक
तरीके से मांगो लेकिन जब हाईकमान किसी के हक़ में फैसला देकर उसे
प्रत्याक्षी बनाता है तो फिर सभी को उसे जिताने का संकल्प लेकर ईमानदारी
से साथ देना चाहिए ,,निज़ाम कुरैशी नियुक्ति के बाद से ही पंचायत चुनाव
,,नगरपालिका चुनाव और फिर अब वर्तमान नगरपालिका चुनाव में सक्रिय रहकर
जिलेवार ,, संभागवार उनकी टीम के साथ जुड़कर कांग्रेस को जिताने के लिए
निर्देश जारी करते रहे है ,,,,इसके सकारात्मक नतीजे भी आये है ,,सभी
क्षेत्रो में नाराज़ अल्सपंख्य्क फिर से कांग्रेस की तरफ आकर्षित हुआ है
,,बारां ,,झालावाड़ ,,अंता ,,टोंक सहित कई नगरपालिकाओं में इसीलिए परिणाम
अप्रत्याशित आये है ,,निज़ाम कुरैशी अल्पसंख्यकों के उचित पर्तीिनिधित्व की
संगठन में हिस्सा देने की भी पैरवी करते है वोह कहते है के हम काम करते है
,,कांग्रेस के लिए जीते है ,,कांग्रेस के लिए लड़ते है ,,कांग्रेस के लिए
संघर्ष करते है तो राजस्थान की तीस सीटों पर हमारा हक़ भी बनता है ,,,नगर
पालिका ,,पंचायत चुनाव में भी हमारा हक़ है ,,,वोह कहते है हम आंतरिक
लोकतंत्र संघर्ष के तहत हमारे अल्पसंख्यक विभाग के हक़ के लिए संघर्ष
करेंगे ,,लेकिन पार्टी हाईकमान सर्वोच्च है और हमे ख़ुशी है के सचिन पायलेट
के नेतृत्व में अल्पसंख्यक विभाग को इंसाफ मिल रहा है ,,राहुल गांधी युवाओ
को अपने साथ जोड़ रहे है तो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत की कल्याणकारी
योजनाओ का क्रेडिट हमारे कार्यकर्ताओ को मिल रहा है और जनता सीधे कांग्रेस
के साथ जुड़कर कांग्रेस ज़िंदाबाद कर रही है ,,,निज़ाम कुरैशी ने उनकी
नियुक्ति के बाद एक दर्जन से भी ज़्यादा प्रादेशिक स्तर पर कार्यकर्ता
सम्मेलन ,,रोज़ा इफ्तार कार्यक्रम करवाये है और इसी लिए निज़ाम कुरैशी दूसरे
अध्यक्षों से ऊपर उठ खड़े हुए है ,,,,,निज़ाम कुरैशी पहले अधिकारी थे
,स्वेच्छिक सेवानिवृती के बाद आप राजनीती में आये ,,उन्हें सामजिक सरोकार
से जुड़े रहने के कारन सियासी पहचान मिली और पूर्व सरकार में राजयमंत्री का
दर्जा देकर निज़ाम कुरैशी को खेल विकास प्राधिकरण का चेयरमेन बनाया गया
,,निज़ाम कुरैशी ने खेल विकास प्राधिकरण में खेल कोटे से कई लोगों को रोज़गार
दिलवाये ,,तो खेल में राजस्थान मज़बूत हो इसके लिए कार्ययोजना तय्यार की
,,,निज़ाम कुरैशी खुद राष्ट्रीय स्तर के फूटबाल चैम्पियन है एक गेंद को कैसे
लोगों से छुड़ाकर गोल में डाला जाता है वोह खूब समझते है इसीलिए राजस्थान
के वोटर को भाजपा और कुकुरमुत्ति पार्टियों से छुवड़वाकर कैसे कांग्रेस के
पक्ष में मतदान करवाना है इसका फार्मूला निज़ाम कुरैशी ने तय्यार कर टारगेट
टू हण्ड्रेड यानि दो सो विंधान सभाओ में कांग्रेस की जीत का निज़ाम तय्यार
किया है ,,इस सम्बन्ध में शीघ्र ही निज़ाम कुरैशी की निजामत में राष्ट्रिय
स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन जयपुर में आयोजित किया जाना प्रस्तावित है
,,,,,,,,,,,,,,,,,निज़ाम कुरैशी अपने कार्यकर्ताओं को निर्गुट ,,निष्पक्ष
,,निर्भीक होकर पार्टी हित में पार्टी हाईकमान के निर्देशो पर कार्य करने
के निर्देश देते है ,,साथ ही सामजिक सरोकार ,,समाज सेवा क्षेत्रों में भी
आम लोगों के साथ दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ,,जाति ,,मज़हब ,,समाज के भेदभाव
से ऊपर उठ कर लोगों के दुःख सुख बांटने के भी निर्देश देते है ताके ऐसी
सेवा कार्य से लोगों का कार्यकर्ताओं के साथ निजी जुड़ाव हो और वह ताल ठोक
कांग्रेस के पक्ष में मतदात करवाकर कांग्रेस को ज़िंदाबाद कर फिर से सत्ता
में ला सके ,,ताकि राजस्थान में कांग्रेस सुर्खरू हो सके ,,सचिन पायलेट
,,राहुल गांधी ,,सोनिया गांधी ,,खुर्शीद अहमद ,,प्रभारी गुरुदास कामत ,,सह
प्रभारी मिर्ज़ा इरशाद बेग ,,अशोक गेहलोत के हाथ मज़बूत हो सके और राजस्थान
एक विकसित ,,खुशहाल ,,समस्या मुक्त राज्य बन सके ,,यहां की जनता सुकून से
रह सके ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)