राजस्थान नगरपालिका चुनाव में कांग्रेस अगर अनुशासन नियमों का सख्ती से
पालना करे तो अधिकतम नगरपालिका के चुनाव जीते जा सकते है ,,,,,बुधवार
नगरपालिका प्रत्याक्षियों के आवेदन और चयन का अंतिम दिन है ,,,लेकिन पार्टी
हाईकमान द्वारा सभी सर्वेक्षण रिपोर्ट के बाद जो नाम तय किये है वोह
स्थानीय कथित पार्टी के नाम पर मज़े करने वाले नेताओं को समझ नही आ रहे है
,,और यह नेता जो पार्टी के टिकिटों पर चुनाव लड़ चुके है या फिर सत्ता पक्ष
में पार्टी के पदाधिकारी बनकर चाशनी पीते रहे है यह सब लोग आपसी गुटबाज़ी
में सीधे और अप्रत्यक्ष तोर पर पार्टी के ऑब्ज़र्वर ,,प्रभारी नेताओ के
समक्ष नतीजे भुगतने की धमकिया देते देखे गए ,,इससे साफ़ है के पार्टी के इन
नेताओं को संगठन और संगठन के वरिष्ठ नेताओ के निर्देशो से कोई लेना देना
नहीं यह तो खुद को पार्टी से बढ़ा समझ कर ऐसी धमकिया देते देखे जा रहे है
,,कांग्रेस पार्टी अगर ऐसे नेताओं की गतिविधियों पर नज़र रखे ,,और यह लोग
अगर पार्टी के टिकिट पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याक्षियों का सहयोग करते नज़र
नहीं आये ,,विरोध करते नज़र आये ,,या फिर खुद को चुनाव प्रचार से अलग रखकर
देखे तो ऐसे पार्टी के पदाधिकारियों को पर्यवेक्षक रिपोर्ट लेकर बाहर का
स्थाई रास्ता दिखाना होगा तब कहीं पार्टी मज़बूत हो सकेगी ,,,अगर पार्टी ने
इस तरह के अनुशासन मर्यादाओं का मज़बूती से पालन किया तो रामगंजमंडी
,,इटावा नगर पालिका ही नहीं कांग्रेस पुरे राज्य की अधिकतम नगरपालिकाएं जीत
कर आएगी ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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