
रक्का. इस्लामिक स्टेट की महिला शरिया जज (शरिया कानून लागू
करवाने वाले आईएसआईएस के आतंकी) ने आईएसआईएस फाइटर्स से शादी करने के बदले
में सिर कलम करने की मंजूरी मांगी थी। आईएसआईएस सरगना अबु बक्र अल-बगदादी
ने शादी के तोहफे के तौर पर महिला आतंकी को सिर कलम करने की छूट दी।
हालांकि, संगठन के नियमों के मुताबिक, वो एक महिला का ही सिर कलम कर सकती
है। आईएस के चंगुल से छूटी सीरियाई महिला के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट
में इसका खुलासा हुआ है।
आईएसआईएस की कैद से बच निकली सीरियाई महिला ने किया खुलासा
इस महिला आतंकी की पहचान रोआ उम खोताबा अल-तुनीसी के रूप में हुई है।
आईएसआईएस के चंगुल से छूटी सीरियाई महिला लीना (बदला हुआ नाम) ने बताया कि
रोआ ट्यूनीशिया की रहने वाली है और इसके पति की एक हमले में मौत हो गई थी।
रोआ की उम्र काफी कम है, इसलिए संगठन चाहता था कि ये दोबारा शादी कर ले।
रोआ दूसरी शादी के लिए राजी नहीं थी। वो किसी का सिर कलम करने की मंजूरी
मिलने की शर्त पर ही शादी करने को तैयार थी। लिहाजा, आईएसआईएस चीफ को उसे
अनुमति देनी पड़ी। अब वो जासूसी की आरोपी एक अन्य महिला शरिया जज का सिर
कलम करेगी।
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