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12 जुलाई 2015

कोटा की सरज़मीं पर अल्फ्लाह वेलफेयर सोसाइटी के नाम से संचालित खिदमतगार संस्था का आज स्थापना दिवस

दोस्तों कोटा की सरज़मीं पर अल्फ्लाह वेलफेयर सोसाइटी के नाम से संचालित खिदमतगार संस्था का आज स्थापना दिवस है ,,,,,, कोटा में आज ही के दिन चंद नोजवानो ने खिदमते ख़ल्क़ के संकल्प के साथ इस पोधे को लगाया था ,,इसमें भाई रफ़ीक़ बेलियम ,,,जावेद इक़बाल ,,डॉक्टर युनुस ,,,इस्लाम खान सहित दर्जनों साथियों ने अपनी खिदमत ,,अपने ख़ुलूस की खाद ,,बीज डाले और आज यह छोटा सा पौधा एक ऐसा बरगद बन गया है जिसकी छाँव में तकलीफ ज़दा लोग आराम ,कर रहे है और ,सुकून हासिल कर रहे है ,,,तो बीमार ,,पीड़ित लोग इस बरगद की शाख़ और डाल पर सुकून से आराम फरमा है ,,दलगत राजनीति से अलग थलग ,,धर्म मज़हब की दीवारों से ऊपर उठकर ,,सिर्फ खिदमत ही खिदमत का मक़सद लिए अल्फ्लाह सोसाइटी की टीम बीमारों का इलाज करवाती है ,,मुफ्त दवाये दिलवाती है ,,शहर के हर ज़रूरत मंद के साथ मददगार बन कर साथ खडी नज़र आती है ,,अल्फ्लाह ,,सबके भले में अपना भी भला के नारे के साथ अपने मित्रों की मदद से आर्थिक संचय कर बढ़े बढ़े प्रोग्राम करवाती है जिसमे अज़ीमुश्शान उत्साहवर्द्धन कार्यक्रम संगे मील साबित होता है ,, इस कार्यक्रम में हाड़ोती के सभी प्रतीभावांन बच्चे और बच्चियों को सम्मानित कर उत्साहवर्धन किया जाता है तो निष्पक्ष और निर्विवाद भाव से खिदमत अंजाम देने वाले समाज सेवकों को सम्मानित भी किया जाता है ,,संस्था में ईमानदारी ,,आंतरिक लोकतंत्र बेमिसाल है विधिवत चुनाव ,,ईमानदारी से अध्यक्ष सहित पूरी कार्यकारिणी की ज़िम्मेदारी का निर्वहन ,,,सामाजिक सरोकार के तहत शहर में किसी भी तरह की आपदा ,,मुसीबत ,,संकट के वक़्त यह संस्था और इसके साथी लोग कंधे से कंधा मिलाकर संकट मोचक बन कर खड़े नज़र आते है ,,बच्चो को स्कूल में दाखिला दिलाना हो ,,उन्हें कॉपी ,,यूनिफॉर्म उपलब्ध कराना हो ,,,स्कूल की फीस जमा कराना हो ,,कोचिंग गाइडेंस हो ,,भाईचारा ,सद्भावना के कार्यक्रम हो ,,हरित क्रान्ति के लिए पोधे लगाने की बात हो ,,मरीज़ों की मदद हो ,,क़ब्रिस्तान ,,श्मशानों की अव्यवस्थाओ में सुधार की ज़रूरत हो ,,गैर राजनितिक तरीके से अल्फ्लाह नौजवान बिना किसी लोभ लालच के मौजूद नज़र आते है ,,,मुझे हुज़ूर स अ व मोहम्मद साहब की हदीस खिदमते ख़ल्क़ के मामले में याद आती है जिसमे खिदमते ख़ल्क़ ,,,सबके भले में अपना भी भला की सीख दी है उसी सीख के तहत अल्फ्लाह की टीम सबके भले सबके भले में अपना भी भला के नारे के साथ इस कोटा शहर सहित पुरे राजस्थान की समाज सेवी संस्थाओं के लिए एक मिसाल बनकर बिना किसी लालच के काम करने में जुटी है ,,अल्फ्लाह टीम की खिदमतों का ही नतीजा है के अल्फ्लाह को जिला प्रशासन सहित शहर की सभी प्रबुद्ध संस्थाओ ने लगातार सम्मानित कर उनका मान बढ़ाया है ,,अल्फ्लाह वेलफेयर सोसाइटी यूँ तो अभी तरुणाई के दौर में है जवानी की उम्र भी पार नहीं की है लेकिन जवानी तक आते आते इनकी कार्य योजना में एक अस्पताल ,,एक विश्विद्यालय ,,खासकर महिलाओं का अलग से कॉलेज ,,पुस्तकालय ,,इंफोर्मेशन सेंटर सहित रोज़गार के अवसर बढ़ाने वाले कोर्स चलाने की योजनाये शामिल है ,,खुदा अल्फ्लाह और इससे जुड़े सभी लोगों की हर ख्वाहिश ,,हर दुआ पूरी करे ,,अल्फ्लाह देश भर में एक मिसाली समाजसेवी संस्था बनकर उभरे ,,अल्फ्लाह देश में समाज सेवा ,,क़ौमी एकता की एक ब्रांड एम्बेसेडर ,,,,पहचान बने बस अल्फ्लाह की स्थापना दिवस पर यही एक दुआ है ,,,भाई रफ़ीक़ बेलियम सहित अल्फ्लाह के सभी साथियों ,,सदस्यों ,,पदाधिकारियों को उनके बेमिसाल समर्पित खिदमत कार्यों के लिए सेल्यूट ,,सलाम ,,,,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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