कोटा नगरनिगम के साजिदेहड़ा किशोरपुरा पूरा वार्ड से कांग्रेस भाजपा को
पछाड़ कर निर्वाचित हुए लोकप्रिय निर्दलीय पार्षद मोहम्मद हुसेन मिसकॉल
का कहना है के भ्रष्टाचार ,,अनियमितता ,,,हठधर्मिता के खिलाफ जनहित में
उनका संघर्ष अहिंसात्मक तरीके से जारी रहेगा ,,,मोहम्मद हुसेन को कोटा नगर
निगम की उपमहापौर द्वारा विधि विरुद्ध जनता के रुपयो का दुरूपयोग कर सरकारी
वाहन ,,,ड्राइवर ,,,गार्ड का अनावश्यक खर्च और सुप्रीम कोर्ट के आदेशो के
अनुरूप जारी राजस्थान सरकार की अधिसूचना के विपरीत वाहन पर अनधिकृत
लालबत्ती लगाने का विरोध करने पर संगीन धाराओ में मुक़दमा दर्ज कर उन्हें
गिरफ्तार कर लिया गया था जिनकी आज अदालत से रिहाई के आदेश होने के बाद वोह
जेल से छूट रहे है ,,,मोहम्मद हुसेन मिसकॉल का मिजाज़ समाज सेवा ,,दलित और
पीड़ितों की मदद करने का तो रहा ही है लेकिन सर्वधर्म सिद्धांतो के तहत किसी
भी भ्रष्टाचार ,,विधिविरुद्ध कार्य ,,सरकार के धन का दुरूपयोग या कुछ भी
गलत हो उसका विरोध करना उनका स्वभाव है ,,मोहम्मद हुसेन मिस कॉल का मिजाज़
क़ानून के दायरे में रहकर लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात मनवाने का रहा है
और इसी लिए वोह गरीब ,,दलित ,,पीड़ितों के हमदर्द होने से उनके दिलों पर राज
कर रहे है ,,,,,,मोहमद हुसेन के स्वभाव के तहत सरकार की कोई भी दमनकारी
नीति ,,फ़र्ज़ी और झूंठे मुक़दमों की प्रक्रिया उनके इंसाफ के संघर्ष को नहीं
रोक सकेगी ,,मोहम्मद हुसेन सफाई कर्मियों के फ़र्ज़ी वेतन मामले में आवाज़
बुलंद कर भ्र्ष्टाचार उजागर करने के बाद कई पार्षदों के टारगेट पर थे
,,जबकि वोह लगातार लोकतांत्रिक तरीके से देश के विधान देश के क़ानून और
माननीय उच्चतम न्यायालय के तहत लाल बत्ती के दुरूपयोग को रोकने की मांग
उठाते रहे है ,,,कोटा में पूर्व उप अधीक्षक यातायात जगमाल सिंह ने पिछली
सरकार में जब न्यास अध्यक्ष की अवैध लाल बत्ती नहीं हटाई तो मुकेश गुप्ता
के परिवाद पर कोटा न्यायालय ने उपाधीक्षक यातायात के खिलाफ विधि की अवज्ञा
और पुलिस अधिनियम के तहत प्रसंज्ञान लिया पहले उन्हें ज़मानती वारंट फिर
गिरफ़्तारी वारंट से तलब कर अदालत में विधि की अवज्ञा का दोषी मानते हुए
अदालत में खड़े रहने की प्रताड़ना देकर एक दिन की सज़ा दी थी ,,,मोहम्मद हुसेन
द्वारा लाल बत्ती के दुरूपयोग का जो मामला जो उठाया है और जिस तरह से
अखबारों ने इस मुद्दे को खुलकर उठाया है उससे स्पष्ट है के किशोरपुरा
थानाधिकारी ,,संबंधित अधिकारीयों द्वारा अगर इन वाहनों के चालान बनाकर लाल
बत्तियां नहीं उतरवाई तो इन अधिकारीयों के विरुद्ध भी विधि की अवज्ञा
संबंधित मामलों में परिवाद दायर होने पर इनके लिए क़ानूनी दिक़्क़त खड़ी हो
सकती है क्योंकि विधि का सर्वमान्य सिद्धांत है के क़ानून सभी के लिए बराबर
है अगर नगरनिगम के वाहनों पर लालबत्ती लगाकर क़ानून तोडा जा रहा है और
संबंधित अधिकारी यह सब देखकर भी चुप है तो फिर ऐसे अधिकारी मुसीबत में फंस
सकेंगे ,,,मोहम्मद हुसेन के खिलाफ पुलिस ने सरकारी कर्मचारियों को धमकाकर
मारपीट का मामला बनाया है लेकिन अनुसंधान में अगर अनुसंधान अधिकारी ने नगर
निगम के मुख्यकार्यकारी अधिकारी से संबंधित वाहन पर लाल बत्ती लगाने का
अधिकार पत्र ,,विधि नियम ,,वाहन की लोग बुक और संबंधित लोगों को वाहन किस
क़ानून के प्रावधान के तहत दिया गया था यह लोग किस राजकार्य के लिए जा रहे
थे जिसमे मोहम्मद हुसेन ने बाधा पहुंचाई तो यक़ीनन मुख्यकार्यकारी अधिकारी
नगर निगम और वाहनों को नियंत्रित करने वाले दूसरे अधिकारी मुसीबत में फंस
सकते है क्योंकि विधि विरुद्ध तरीके से किसी भी व्यक्ति को बिना क़ानूनी
अनुमति के कोई भी लाभ पहुंचाकर सरकारी कोष का दुरूपयोग कर सुविधा देना
भ्रष्ट आचरण में आता है और ऐसे अधिकारी को दंडित करने का भी प्रावधान है
जबकि संबंधित सरकारी खर्च की राशि तो संबंधित व्यक्ति से ही वसूली जाने का
प्रावधान है ,,,मोहम्मद हुसेन के समर्थको में उनकी रिहाई से उत्साह है ,,आप
पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस रिहाई पर जश्न मनाना शुरू किया है ,,,आप पार्टी
कार्यकर्ताओ की बीच सड़क पर कार्यवाही गलत थी लेकिन जितनी उनकी गलती थी उसी
अनुपात में उन्हें सज़ा भी मिलना थी ,,,मोहम्मद हुसेन और उनके समर्थक
अहिंसात्मक तरीके से अपने कार्यकर्ताओ और आम जनता के हितो के लिए विधिक रूप
से संघर्ष करने के लिए तत्पर है ,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा
राजस्थान
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