जयपुर.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने विवादित बयान दिया
है। उन्होंने कहा है कि भगत सिंह अंग्रेजी हुकूमत के गुनहगार थे। तुषार के
मुताबिक, 'बापू किसी गुनहगार को सपोर्ट नहीं करते थे। यही वजह थी कि बापू
ने ऐसे गुनहगार का साथ नहीं दिया और अंग्रेजी हुकूमत से उनकी सजा खत्म करने
की सिफारिश भी नहीं की। हां, उनकी सजा को कम करने की सिफारिश जरूर की।'
तुषार ने यह बयान जयपुर में दिया, जहां वे एक कार्यक्रम के सिलसिले में आए
थे। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से कहा था कि वे राजनीति पर किसी सवाल का
जवाब नहीं देंगे, लेकिन कार्यक्रम के बाद उन्होंने राजनीतिक मुद्दों सहित
अन्य कई मुद्दों पर Dainikbhaskar.com से खुल कर बात की।
'शहीद होना चाहते थे भगत सिंह'
तुषार ने कहा कि भगत सिंह शहीद होना चाह रहे थे, ताकि उनका मैसेज देश
में अधिक से अधिक युवाओं तक पहुंचे, लेकिन उनकी शहादत का उतना असर नहीं
पड़ा, जितना वे सोच रहे थे। उस वक्त उनके फॉलोअर्स ने ही उनकी सोच को भुला
दिया। उन्होंने भगत सिंह के बारे में यह बात कहने के बाद अन्ना और उनके
साथियों को निशाना बनाया।
अन्ना ने लोगों को तो ईमानदारी का पाठ पढ़ाया, लेकिन अपने साथियों को नहीं
तुषार ने अन्ना हजारे के बारे में कहा, 'अन्ना का आंदोलन फेल हो गया,
क्योंकि उन्होंने लोगों से तो कह दिया कि वे ईमानदार बनें और ईमानदारी का
साथ दें, लेकिन उन्होंने अपने सहयोगियों को नहीं कहा कि वे खुद की गिरेबां
में झांके। वे कितने सच्चे हैं। यदि वे सच्चे होते तो उनकी यह स्थिति नहीं
होती। आज उनकी हकीकत खुद-ब-खुद सबके सामने आ गई है। दुर्भाग्य यह है कि
अन्ना ने अरविंद केजरीवाल के दुबारा सत्ता में आते ही उनकी तारीफ करनी शुरू
कर दी थी।' तुषार अन्ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, कुमार
विश्वास सहित उन तमाम साथियों की बात कर रहे थे, जो आज राजनीति में हैं।
स्वार्थ की राजनीत शुरु हो गई है
तुषार ने कहा, 'बापू के सपनों का भारत आज कोसों दूर हो गया है। आज की राजनीति में उनके दर्शन का लोप हो गया है। आज कोई किसान आत्महत्या करता है तो हर एक पार्टी उसे भुनाने में लग जाती है। सभी ओर स्वार्थ की राजनीति हो रही है। चाहे कोई कुछ भी दावे कर लेकिन वह स्वच्छ राजनीति से कोसों दूर है।'
तुषार ने कहा, 'बापू के सपनों का भारत आज कोसों दूर हो गया है। आज की राजनीति में उनके दर्शन का लोप हो गया है। आज कोई किसान आत्महत्या करता है तो हर एक पार्टी उसे भुनाने में लग जाती है। सभी ओर स्वार्थ की राजनीति हो रही है। चाहे कोई कुछ भी दावे कर लेकिन वह स्वच्छ राजनीति से कोसों दूर है।'
सलमान को सजा, तो इतना शोर क्यों
तुषार गांधी ने कहा कि सलमान खान को हिट एंड रन केस में सजा मिलने पर उनके फैंस को ये बात नागवार गुजर रही है, लेकिन सलमान ऐसे फेस हैं जिनकी हर बात लोगों तक आसानी से पहुंच जाती है। उन्हें सजा मिलते ही देश के हर कोने में बात फैल गई। यदि उन्हें सजा नहीं मिलती या सजा में और देरी होती तो ये बात भी लोगों तक आसानी से फैल जाती कि अमीरों या हाई प्रोफाइल लोगों को सजा नहीं मिलती। अब सलमान को सजा मिलने के बाद स्पष्ट हो गया है कि चाहे अमीर हो या गरीब सबके लिए न्याय समान है।
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