नई दिल्ली. 59 दिनों की छुट्टी के दौरान राहुल गांधी कहां थे, इस बात की जानकारी केवल पीएमओ के पास थी। मीडिया खबरों के मुताबिक, ''पीएमओ को एसपीजी की ओर से लगातार राहुल गांधी
के लोकेशन के बारे में अपडेट दी गई थी। यह भी बताया गया था कि राहुल गांधी
बैंकॉक से नई दिल्ली अपने तय शेड्यूल से 24 घंटे पहले ही आ रहे हैं।'' गृह
मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी के लोकेशन के बारे में पीएमओ
के अलावा किसी को जानकारी नहीं थी। यहां तक कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी
इस संबंध में कुछ नहीं जानते थे।
एसपीजी प्रोटेक्शन लेने से कर दिया था इनकार
खबर यह भी है कि थाईलैंड में राहुल गांधी ने अपने लिए एसपीजी प्रोटेक्शन लेने से इनकार कर दिया था। हालांकि एसपीजी उन पर नजर रखे हुए थी। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, दिल्ली छोड़ने से पहले ही राहुल गांधी ने एसपीजी प्रोटेक्शन लेने से मना कर दिया था। बता दें कि राहुल गांधी और उनके परिवार को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की सुरक्षा मिली हुई है। सूत्रों के मुताबिक फरवरी में उन्होंने एसपीजी के बिना यात्रा की इजाजत मांगी थी जिसे सरकार ने मंजूर कर लिया था।
खबर यह भी है कि थाईलैंड में राहुल गांधी ने अपने लिए एसपीजी प्रोटेक्शन लेने से इनकार कर दिया था। हालांकि एसपीजी उन पर नजर रखे हुए थी। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, दिल्ली छोड़ने से पहले ही राहुल गांधी ने एसपीजी प्रोटेक्शन लेने से मना कर दिया था। बता दें कि राहुल गांधी और उनके परिवार को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की सुरक्षा मिली हुई है। सूत्रों के मुताबिक फरवरी में उन्होंने एसपीजी के बिना यात्रा की इजाजत मांगी थी जिसे सरकार ने मंजूर कर लिया था।
मां से मिलने पहुंचे, जमीन अधिग्रहण पर हुई चर्चा
छुट्टी से लौटने के बाद शुक्रवार को ही राहुल गांधी फिर से राजनीति
में सक्रिय हो गए हैं। शुक्रवार को वह अपनी मां सोनिया गांधी से मिलने 10,
जनपथ स्थित कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर गए। बताया जा रहा है कि दोनों ने
भूमि अधिग्रहण विधेयक मसले पर चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की ओर
से भूमि अधिग्रहण विधेयक को लेकर मोदी सरकार के संशोधनों का देश भर में
विरोध किया जाएगा और राहुल गांधी विरोध इसका नेतृत्व करेंगे।
शनिवार को किसानों से करेंगे मुलाकात, 19 अप्रैल को रैली
भूमि अधिग्रहण में संशोधन विधेयक से होने वाली समस्याओं को लेकर शनिवार को किसान राहुल गांधी से मिलेंगे। साथ ही कांग्रेस की 19 अप्रैल की प्रस्तावित रैली को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी भी इस रैली को संबोधित करेंगे। मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में होने वाली इस रैली को सफल बनाने के लिए लाखों लोगों को लाने की योजना है। राहुल गांधी के दो करीबी नेता, राजस्थान के सचिन पायलट और हरियाणा के दीपेंद्र हुड्डा-दोनों राज्यों से लोगों को लाने में जुटे हुए हैं
भूमि अधिग्रहण में संशोधन विधेयक से होने वाली समस्याओं को लेकर शनिवार को किसान राहुल गांधी से मिलेंगे। साथ ही कांग्रेस की 19 अप्रैल की प्रस्तावित रैली को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी भी इस रैली को संबोधित करेंगे। मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में होने वाली इस रैली को सफल बनाने के लिए लाखों लोगों को लाने की योजना है। राहुल गांधी के दो करीबी नेता, राजस्थान के सचिन पायलट और हरियाणा के दीपेंद्र हुड्डा-दोनों राज्यों से लोगों को लाने में जुटे हुए हैं
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