गुड़गांव। महान गुरु भक्त एकलव्य का गुड़गांव से गहरा संबंध है। इस स्थान पर ही गुरु द्रोणाचार्य ने एकलव्य से उसका अंगूठा मांगा था ताकि धर्नुविद्या में वह अर्जुन का मुकाबला ही न कर सके। आज गुड़गांव को एक ऐसे शहर के रूप में पहचाना जाता है जो आधुनिक शैली से तैयार की गईं शीशे की इमारतों से घिरा हुआ है।
यह बात बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि यही वो स्थान है जहां अर्जुन ने चिड़िया की आंख में निशाना लगाया था। गुड़गांव में भारत का इतिहास समाहित है। कुरूक्षेत्र में होने वाले युद्ध की तैयारी भी इसी स्थान पर हुई थी। लेकिन आज बहुत कम लोग इस स्थान के उद्भव की कहानी जानते होंगे। बाहरी लोगों का इस बात से क्या लेना-देना और स्थानीय लोग इसके इतिहास को भुला बैंठे हैं।
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