नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (आप) की बुधवार को जंतर मंतर पर बुलाई गई रैली
के दौरान एक किसान ने खुदकुशी कर ली। करीब डेढ़ बजे दौसा के नांगल
(राजस्थान) से आए इस किसान ने पेड़ पर चढ़ कर जान देने की कोशिश की। उसे
अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान अरविंद केजरीवाल भाषण देते रहे। करीब पौने
तीन बजे उनका भाषण खत्म हुआ तो उन्होंने राम मनोहर लोहिया अस्पताल जाकर
किसान के बारे में जानकारी ली। उनके साथ मनीष सिसोदिया और संजय सिंह भी
थे। केजरीवाल के पहुंचने के कुछ ही मिनट के अंदर बताया गया कि किसान की मौत हो गई। आप नेता सोमनाथ भारती ने ट्वीट कर किसान की खुदकुशी को साजिश बताया है।
आम आदमी पार्टी ने जमीन अधिग्रहण बिल के विरोध में रैली की थी। इसी दौरान गजेंद्र नाम का 45 वर्षीय किसान पेड़ पर चढ़ गया और फंदे पर झूलने की कोशिश करने लगा। तभी भीड़ से कुछ लोग निकले और उन्होंने उसे उतारा। उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
किसान के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है, जिसमें लिखा है, ''मेरे घर में 3 बच्चे हैं, घर में खाने में कुछ नहीं। मेरी फसल बर्बाद हो गई। पिता ने घर से निकाल दिया।'' दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
घटना के बावजूद चलती रही रैली
घटना दोपहर डेढ़ बजे के आसपास हुई। इसके बावजूद, आम आदमी पार्टी के नेता एक-एक करके भाषण देते रहे। कुमार विश्वास, संजय सिंह के अलावा केजरीवाल ने पुलिस को इस घटना के लिए दोषी ठहराया। विश्वास ने रैली में हुई नारेबाजी और शोरशराबे को भी विपक्षी पार्टियों की साजिश बताई। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस को मानवतावादी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए था। केजरीवाल ने कहा, ''पुलिस की इतना इंसानियत तो बनती है कि वे उसे बचाएं। वे यह तो नहीं कहेंगे कि हम इसके (दिल्ली सरकार) कंट्रोल में नहीं हैं।
आम आदमी पार्टी ने जमीन अधिग्रहण बिल के विरोध में रैली की थी। इसी दौरान गजेंद्र नाम का 45 वर्षीय किसान पेड़ पर चढ़ गया और फंदे पर झूलने की कोशिश करने लगा। तभी भीड़ से कुछ लोग निकले और उन्होंने उसे उतारा। उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
किसान के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है, जिसमें लिखा है, ''मेरे घर में 3 बच्चे हैं, घर में खाने में कुछ नहीं। मेरी फसल बर्बाद हो गई। पिता ने घर से निकाल दिया।'' दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
घटना के बावजूद चलती रही रैली
घटना दोपहर डेढ़ बजे के आसपास हुई। इसके बावजूद, आम आदमी पार्टी के नेता एक-एक करके भाषण देते रहे। कुमार विश्वास, संजय सिंह के अलावा केजरीवाल ने पुलिस को इस घटना के लिए दोषी ठहराया। विश्वास ने रैली में हुई नारेबाजी और शोरशराबे को भी विपक्षी पार्टियों की साजिश बताई। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस को मानवतावादी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए था। केजरीवाल ने कहा, ''पुलिस की इतना इंसानियत तो बनती है कि वे उसे बचाएं। वे यह तो नहीं कहेंगे कि हम इसके (दिल्ली सरकार) कंट्रोल में नहीं हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)