अपनी आँखों को
अपनी अदाओं को
अपनी नज़ाकत को
अपनी खूबसूरती को
अपनी खूबसीरती को
पूरी तरह से संभालकर रखो
यह सब मेरी अमानत है
मुझे मेरे प्यार पर भरोसा है
तुम फिर लौटकर
मेरे पास ज़रूर आओगे ,,अख्तर
अपनी अदाओं को
अपनी नज़ाकत को
अपनी खूबसूरती को
अपनी खूबसीरती को
पूरी तरह से संभालकर रखो
यह सब मेरी अमानत है
मुझे मेरे प्यार पर भरोसा है
तुम फिर लौटकर
मेरे पास ज़रूर आओगे ,,अख्तर
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