आपका-अख्तर खान

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15 अप्रैल 2015

अपनी आँखों को

अपनी आँखों को
अपनी अदाओं को
अपनी नज़ाकत को
अपनी खूबसूरती को
अपनी खूबसीरती को
पूरी तरह से संभालकर रखो
यह सब मेरी अमानत है
मुझे मेरे प्यार पर भरोसा है
तुम फिर लौटकर
मेरे पास ज़रूर आओगे ,,अख्तर

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