सीकर. शहर के शाकंभरी में शुक्रवार सुबह एक प्रेमी युगल
ने 150 फीट ऊंची पहाड़ी से छलांग लगा दी, लेकिन दोनों बच गए। दोनों पहाड़ पर
चढ़े और फिर आत्महत्या के लिए एक-दूसरे का हाथ पकड़कर कूद गए। वे 150 फीट
नीचे सड़क के पास की पहाड़ी पर गिरे। इसी दौरान पास में बकरियां चरा रहे
चरवाहों ने उन्हें देख लिया। उन्होंने ग्रामीणों को सूचना दी और पुलिस को
मौके पर बुलाया। दोनों को तुरंत एसके अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के बाद
जयपुर रेफर कर दिया गया। महिला तलाकशुदा है जबकि, प्रेमी महिला के घर में
ही पिछले पांच साल से ड्राइवर का काम करता है।
पुलिस को उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस ने बताया कि
लक्ष्मणगढ़ निवासी मनोहर लाल सैनी व ठाणे महाराष्ट्र निवासी नेहा लोहिया
शुक्रवार सुबह शाकंभरी की पहाड़ियों में गए। उन्होंने रोड के पास ही करीब
150 फीट ऊंची पहाड़ी से छलांग लगा दी। नीचे गिरने के बाद कुछ देर तक दोनों
होश में थे और जोर-जोर से रोने लगे। कुछ ही दूर पर बकरियां चरा रहे चरवाहे
उनकी आवाज सुनकर वहां पहुंचे और उन्होंने इस बारे में ग्रामीणों को सूचना
दी। पुलिस व ग्रामीणों ने उन्हें एसके अस्पताल पहुंचाया, जहां से जयपुर
रेफर कर दिया गया।
सुसाइड नोट में लिखा-बहुत प्यार करते हैं, मर्जी से मर रहे हैं
नेहा और मनोहर के पास पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। इसमें सिर्फ इतना ही लिखा है कि वे आपस में बहुत प्यार करते हैं। दोनों साथ मरना चाहते हैं। इस वजह से यह कदम उठा रहे हैं। इसके अलावा मौके पर पुलिस को एक थैला भी मिला है। उसमें युवती के कुछ कागजात और ठाणे से आने का टिकट था। आईकार्ड, एटीएम व कुछ जरूरी कागजात भी पुलिस को मिले हैं।
नेहा और मनोहर के पास पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। इसमें सिर्फ इतना ही लिखा है कि वे आपस में बहुत प्यार करते हैं। दोनों साथ मरना चाहते हैं। इस वजह से यह कदम उठा रहे हैं। इसके अलावा मौके पर पुलिस को एक थैला भी मिला है। उसमें युवती के कुछ कागजात और ठाणे से आने का टिकट था। आईकार्ड, एटीएम व कुछ जरूरी कागजात भी पुलिस को मिले हैं।
युवती के घर गाड़ी चलाता था, वहीं शुरू हुआ प्यार
नेहा लोहिया के परिवार के कुछ रिश्तेदार लक्ष्मणगढ़ में भी रहते हैं। मनोहर सैनी करीब पांच साल से महाराष्ट्र के ठाणे में नेहा के घर पर ही गाड़ी चला रहा था। इस वजह से दोनों एक दूसरे के करीब आ गए। वह कुछ दिन पहले सीकर आया था। इसके बाद उसने नेहा को यहां बुलाया। शुक्रवार सुबह ही वे शाकंभरी की पहाड़ियों में गए थे।
नेहा लोहिया के परिवार के कुछ रिश्तेदार लक्ष्मणगढ़ में भी रहते हैं। मनोहर सैनी करीब पांच साल से महाराष्ट्र के ठाणे में नेहा के घर पर ही गाड़ी चला रहा था। इस वजह से दोनों एक दूसरे के करीब आ गए। वह कुछ दिन पहले सीकर आया था। इसके बाद उसने नेहा को यहां बुलाया। शुक्रवार सुबह ही वे शाकंभरी की पहाड़ियों में गए थे।
तलाकशुदा है युवती
युवती नेहा तलाकशुदा है। ठाणे में मनोहर उसके पास ही रहता था। एक दिन पहले ही उसने उसे सीकर बुलाया था। पुलिस को उसके बैग में ठाणे से जयपुर तक का टिकट भी मिला है। ऐसे में यह साफ है कि वह गुरुवार को ही यहां पहुंची थी और शुक्रवार सुबह दोनों पहाड़ी से कूद गए।
युवती नेहा तलाकशुदा है। ठाणे में मनोहर उसके पास ही रहता था। एक दिन पहले ही उसने उसे सीकर बुलाया था। पुलिस को उसके बैग में ठाणे से जयपुर तक का टिकट भी मिला है। ऐसे में यह साफ है कि वह गुरुवार को ही यहां पहुंची थी और शुक्रवार सुबह दोनों पहाड़ी से कूद गए।
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