आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

07 फ़रवरी 2015

कांग्रेस कार्यकर्ता जब तक आँख मीच कर भांडगिरी की संस्कृति से बाहर नहीं आएंगे

कांग्रेस कार्यकर्ता जब तक आँख मीच कर भांडगिरी की संस्कृति से बाहर नहीं आएंगे ,,,अपने नेता की गुलामी की जगह उससे दोस्त बनकर बात नहीं करेंगे ,,,अपने नेता को उसके खिलाफ जनता की बदलती राय दमदारी से नहीं बताएंगे ,,अपने नेता की गलत नीतियों का कार्यकर्ता जनहित में कांग्रेस की नीतियों के हित में विरोध नहीं करना सीखेंगे ,,,कार्यकर्ता जब तक अपने नेता को आयना नहीं दिखाएँगे ,,,दरी पट्टी बिछाने वाले कार्यकर्ता जब तक रिटायर्ड अफसरशाह ,,नौकरशाहों से कांग्रेस को मुक्त नहीं करेंगे ,,,,दो दिन के कोंग्रेसियों का सो साल के कोंग्रेसियों का शासन नहीं रोकेंगे ,,,,कार्यकर्ता जब तक अपने नेता के यहां पहले वक़्त लेकर ,,,,,लाइन लगा कर ,,धुप और बरसात में आसमान के नीचे इन्तिज़ार कर मिलने की गंदी परम्परा खत्म नहीं करेंगे ,,,कार्यकर्ता कांग्रेस का कोई भी कार्यक्रम भाईसाहब के घरो के बदले कांग्रेस कार्यालयों में बैठकर तय नहीं करेंगे ,,सभी भाईसाहबों की उपलब्धता कांग्रेस कार्यालय में सुनिश्चित नहीं करेंगे जब तक कांग्रेस को मज़बूत होने और सत्ता में वापसी का ख़्वाब हमे भूलना होगा ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...