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07 फ़रवरी 2015

कोटा के ही नहीं राजस्थान के गौरव जस्टिस शिवकुमार शर्मा बहुमुखी प्रतिभा के धनि रही है

कोटा के ही नहीं राजस्थान के गौरव जस्टिस शिवकुमार शर्मा बहुमुखी प्रतिभा के धनि रही है ,,,तेज़ तर्रार ,,,मानवीयता विचारधारा ,,मुखर क़ानून विद ,,,,प्रखर वक्ता ,,कवि ह्रदय शिवकुमार शर्मा का जन्म कोटा में 11 अक्टूबर 1946 में हुआ ,,,शिवकुमार शर्मा कॉलेज टाइम से ही मुखरवक्ता रहे और हिंदी में एम ऐ करने के कारण साहित्य से इनका विशेष लगाव रहा ,,,,,शिव कुमार शर्मा को लोग धीरे धीरे शिव जी के नाम से भी जानने लगे ,,,, अपनी कविताओं ,,ग़ज़लों और रचनात्मक आलेखों के शोक के साथ शिवजी ने 1967 में कोटा में वकालत शुरू की फिर जयपुर बेंच में फिर सुप्रीमकोर्ट में अपने पक्षकारों को पेचीदा मामलों में भी इन्होने न्याय दिलवाकर क़ानून की जानकारी और इंटरप्रिटेशन का अपना हुनर जग ज़ाहिर किया ,,,निजी ज़िंदगी में हंसना ,,मुस्कुराना ,,,दोस्तों से दोस्ती निभाना इनके अखलाक़ रहे ,, हमेशा मुस्कुराना ,, पढ़ना और पढ़ाना इनकी रूचि थी कोई भी जूनियर इनसे जब भी किसी क़ानूनी पेचीदगी का सवाल करता तो एक मिनट में उसका समाधान इनके पास होता है ,,,,खुद भी क़ानून को पढ़ते और फिर अदालतों में फाइलों के फैक्ट के साथ इनके प्रस्तुतिकरण का अंदाज़ कुछ ऐसा रहता के पक्षकार के पक्ष में बल्ले बल्ले होती ,,,,कोटा कॉलेज में काफी दिनों तक शिव जी ने क़ानून की पढ़ाई भी लोगों को पढ़ाई ,,सियासत से जुड़े ,,कांग्रेस में पदाधिकारी रहे ,, तेज़ तर्रार तरीके से नेतृत्व किया फिर कोटा से विधायक का चुनाव भी लड़े ,,,,,,,,,अपने दोस्तों के साथ उठना बैठना ,,उनकी समस्याएं सुनना समझना और वक़्त ब वक़्त उनके काम आना इनका स्वभाव रहा है ,,साहित्यिक विधा में कई पुस्तको का प्रकाशन ,,कई अख़बार मेग्ज़ीनों में इनका काव्य प्रकाशन ,,आकाशवाणी ,,दूरदर्शन पर सैकड़ों रचनाये पढ़ने के बाद आप राष्ट्रीय कवि ,,चिंतक ,,कानूनविद के रूप में पहचान बना चुके थे ,,,,अदालत में अपने पक्षकार के हित में क़ानून के बारीक से बारीक मुद्दो को इस पुरज़ोर अंदाज़ में प्रस्तुतिकरण ,,,क़ानून की अपने पक्षकार के पक्ष में ऐसी सकारात्मक व्याख्या के न्याय का पडला इनके पक्ष में ही जाने लगा ,,इनकी इसी विधा ,, क़ानून के प्रति समर्पण ,,,क़ानूनी पंडित की शोहरत देखकर एडवोकेट शिवकुमार शर्मा ,,कवि शिवकुमार शर्मा ,,,भाईसाहब शिवकुमार शर्मा ,,,,लेखक चिंतक लीडर शिवकुमार शर्मा को 6 अप्रेल 1996 माँननीय सुप्रीमकोर्ट ने क़ानून की व्याख्या और न्याय के लिए न्याय के मंदिर का देवता बनाकर शिवकुमार से जस्टिस शिवकुमार बना दिया ,,,,,,,,,अपना स्वभाव जस्टिस बनने के बाद भी यथावत रखते हुए किरायेदारी मामला ,,,,,,क्रिमनल ,,सिविल ,,,,रिट मामलों में लैंडमार्क जजमेट दिए ,,सस्ता सुलभ त्वरित न्याय के लिए एक नई विचारधारा स्थापित की ,,स्थािा लोक अदालत के कार्यकारी अध्यक्ष की हैसियत से पुरे राजस्थान के शहर ,,गाँव ढांढी में न्याय की अलख जगाई ,,किसी भी शख्स को बिना सुनवाई के सज़ा नहीं मिले इसके लिए गिरफ्तारी के तुरंत बाद से ही थाना स्तर पर ही वकीलों का पेनल तैयार करवाया गया ,,पुरे राजस्थान में जो आज स्थाई लोग अदालत का मॉडल है वोह लगभग जस्टिस शिवकुमार की महनत और लगन का ही नतीजा है ,,,,,घर घर लोकअदालत की भावना की अलख जगाना इनका मक़सद रहा ,,,ना किसी की जीत ना किसी की हार इनका नारा रहा ,,,,,,,,,,,जस्टिस शिवकुमार का त्वरित सुनवाई और प्रकरण निस्तारण का इतीहास रहा है सैकड़ों केस एक दिन में त्वरित निस्तारित जिनमे न्याय की गुणवत्ता भी शामिल रही ,,,ऐसे व्यस्त माहोल में भी जस्टिस शिवकुमार ने अपनी लेखन विधा को ज़िंदा रखा और वक़्त ब वक़्त साहित्यिक गतिविधियों में भी शामिल होते रहे ,,,,,,,राजस्थान हाईकोर्ट से वरिष्ठ जज का दर्जा प्राप्त कर सेवानिवृत्त हुए फिर आप को इनकी क़ानूनी विद्धता को देखते हुए भारत सरकार ने भारतीय विधि परिषद में सदस्य के रूप में नियुक्त किया जहां इन्होने कई क़ानूनी बदलाव के सुझाव दिए जिनमे त्वरित और सस्ता न्याय कैसा मिले इस मामले में प्रमुख सुझाव थे ,,जस्टिस शिव कुमार ने दहेज़ मामले में पति पत्नी के बीच विवादों को ज़मानतीय अपराध और राजीनामा योग्य बनाने का प्रारूप तय्यार किया जो अपरिहार्य कारणों से स्वीकृत नहीं हो सका ,,,विधि परिषद से निवृत्त होने पर शिवकुमार शर्मा की प्रतीभा को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार ने इन्हे राजस्थान में प्राइवेट स्कूलों की फीस वसूली की लूट खसोट देखकर इन्हे निजी स्कूलों की फीस निर्धारण समिति का चेयरमेन बनाया जहां इन्होने निजी स्कूलों की मनमानी फीस वसूली पर अंकुश लगा कर अभिभावकों को राहत दिलवाई और निजी स्कूलों को भी पर्याप्त फीस वसूली का उचित निर्धारण कर उन्हें सम्मान दिया ,,,,,,दोस्तों यह है हमारी कोटा की कुशल ,,साहित्यिक ,,,क़ानून विद ,,,,समाजेवी ,,,नेतृत्व क्षमता वाले मुखरवक्ता की बहुमुखी प्रतिभा जिसे सलाम सेल्यूट ,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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