आपका-अख्तर खान

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11 फ़रवरी 2015

तुम्हारा अहसास तो रहा

तुम्हारा अहसास तो रहा
आज तुम न मिले भी तो क्या
ख्यालों में ही सही
तुम मेरे आस पास तो रहे
आज न तो गुड मॉर्निंग हुआ
आज न ही अब तक गुड इवनिंग हुआ
चलो हम ही धड़कते दिल में
तुम्हारी याद सजो कर
तुम्हे बस यूँ ही
गुडनाइट ,,शब्बा खेर कह जाते है ,,,,,,,,,अख्तर

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