फेंकुओं ने भी क्या खूब फेंकी थी के किरण बेदी ने प्रधानमंत्री इंदिरा
गांधी की कार उठा ली थी ,,फेंकू सर दिल्ली के लोगों को अनपढ़ ,,गंवार जाहिल
समझ बैठे थे ,,,,,फेंकू लोगों को शायद पता नहीं के दिल्ली के लोग जानते है
के जब प्रधानमंत्री निकलते थे तब रास्ते रोक दिए जाते थे ,,,प्रोटोकॉल में
किरण बेदी जैसे ना जाने कितने अधिकारी ट्रैफिक साफ़ करते नज़र आते थे फिर
इंदिरा जी को जो सुरक्षा थी उनकी कार तक किरण बेदी तो क्या कोई सर्वोच्च
अधिकारी भी बिना सिक्युरिटी अधिकारीयों की मर्ज़ी के नहीं पहुंच सकता था
,,तो जनाब पहले तो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कार के चालान की खूब
फेंकी गई ,,लेकिन जब समझ में आया के यह दिल्ली की साक्षर जनता है सब जानती
है और उलटे किरणबेदी का मज़ाक उड़ाया जा रहा है तो फिर मजबूरी में फेंकुओं
ने इस फेंक का खंडन शुरू किया ,,जय हो ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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