नई दिल्ली. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बजट सत्र शुरू होने से पहले ही छुट्टी पर चले गए हैं।
बताया जा रहा है कि वे पार्टी के कुछ बड़े नेताओं से नाराज हैं।
सूत्रों के मुताबिक राहुल उन नेताओं से नाराज बताए जा रहे हैं, जो लोकसभा
चुनाव और उसके बाद हुए कई राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के
लिए उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि, इस बात की औपचारिक
तौर पर किसी ने भी पुष्टि नहीं की है।
राहुल इसलिए छुट्टी पर गए:
-कुछ बड़े नेताओं से नाराज हैं राहुल गांधी।
-वे कुछ बड़े नेताओं को हटाना चाहते हैं।
-पार्टी में बड़ा फेरबदल करना चाहते हैं।
-कुछ नेता राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के पक्ष में नहीं।
-ऐसा लगता है कि पार्टी में एक गुट सोनिया गांधी तो दूसरा राहुल के साथ है।
सोनिया ने मंजूर की राहुल की छुट्टी
राहुल ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास कुछ वक्त पहले छुट्टी की अर्जी दी थी, जो मंजूर हो गई। लेकिन सोमवार से शुरू हुए अहम बजट सत्र के
पहले उनके छुट्टी पर जाने को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। बीजेपी ने इस
मामले में कांग्रेस और राहुल गांधी पर कटाक्ष किया है। बीजेपी प्रवक्ता
संबित पात्रा ने कहा कि हाल के कुछ सालों में कांग्रेस की जो कार्यप्रणाली
रही है, उससे तो यही लगता है कि राहुल गांधी छुट्टी पर ही हैं। हालांकि,
संबित ने यह भी कहा कि राहुल गांधी का छुट्टी लेना कांग्रेस का अंदरूनी
मामला है।
इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष के छुट्टी पर जाने का सोनिया गांधी ने बचाव
किया है। सोनिया गांधी ने एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि राहुल
गांधी को कुछ हफ्तों का वक्त दीजिए, वह वापस आ कर फिर पार्टी का कामकाज
देखेंगे। कहा जा रहा है कि राहुल गांधी 'आत्ममंथन' के बाद पार्टी में बड़ा
बदलाव कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी पार्टी के भविष्य पर
रणनीति बनाने के लिए लंबे समय से छुट्टी लेना चाह रहे थे। यह भी खबरें हैं
कि राहुल गांधी को अप्रैल महीने में पार्टी का अध्यक्ष बनाने की तैयारी चल
रही है।
कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अप्रैल महीने में ऑल
इंडिया कांग्रेस कमिटी की बैठक होने वाली है। संभावना जताई जा रही है कि
बैठक के दौरान ही पार्टी के भविष्य पर अहम फैसले हो सकते हैं। पार्टी का
कहना है कि राहुल मानते हैं कि अप्रैल में होने वाली एआईसीसी की बैठक
पार्टी के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए वह इसको लेकर कुछ अलग
तैयारी करना चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी को पार्टी
गतिविधियों से दूर रहने की इजाजत मिल गई है। हाल फिलहाल में मीडिया में आई
खबरों की मानें तो जब अप्रैल में एआईसीसी की बैठक होगी तो उसी दौरान उन्हें
अध्यक्ष बनाया जा सकता है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस के
बुरे वक्त का सिलसिला अभी तक नहीं थमा है। आम चुनाव के बाद हुए कई
विधानसभा चुनावों में उसे हार का सामना करना पड़ा। हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी खाता तक नहीं खोल पाई।
राहुल की गैरमौजूदगी पर बीजेपी ने ली चुटकी
राहुल गांधी के बजट सत्र से दूर रहकर छुट्टी मनाने पर बीजेपी नेता
चुटकी ले रहे हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष और सांसद अनुराग
ठाकुर ने कहा, ‘पिछली दो लोकसभा के दौरान कांग्रेस के नेता संसद से गायब
रहे और पार्टी 44 सीटों पर सिमट गई।’ हालांकि ठाकुर ने ये भी कहा कि इस तरह
के मामले कांग्रेस को ही देखने हैं लेकिन हम चाहते हैं कि सदन की
कार्यवाही में सभी हिस्सा लें। केंद्रीय मंत्री कालराज मिश्र ने भी कहा कि
बजट सत्र में सभी सांसदों को भाग लेना चाहिए। मिश्र ने कहा कि जरूर कुछ
ज्यादा महत्वपूर्ण रहा होगा इसीलिए राहुल सदन में नहीं आ रहे हैं। दूसरी
ओर, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली से मीडिया ने राहुल गांधी की
गैर मौजूदगी पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, ‘हम सोनिया और राहुल गांधी के
नेतृत्व में एक सार्थक विपक्ष की भूमिका निभाते रहेंगे।’
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