आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

13 फ़रवरी 2015

दोस्तों अलहाज आरिफ उमर अपनी फियांसियों के साथ वेलेंटाइन ऐतिहासिक रूप से मनाते थे ,

दोस्तों गोर से देखिये इस मासूम खूबसूरत चेहरे को वेलेंटाइन के ही दिन यह शहीद हुए और यह दूसरा फोटु देखिये इनकी वेलेंटाइन ने इन साहिब का क्या हाल किया है ,,,जी हाँ दोस्तों आज विश्वभर में वेलेंटाइन डे मनाया जा रहा है ,,केजरीवाल द्वारा दिल्ली की शपथ ली जा रही है ,,लेकिन इससे भी ज़्यादा खासियत इस दिन की यूँ बढ़ जाती है के मेरे मझले साले अलहाज आरिफ खान प्यार का नाम कमर खान की आज अल्हड़ जवानी की उम्र वाली सोलहवीं शादी की सालगिरह है ,,,,,दोस्तों अलहाज आरिफ उमर अपनी फियांसियों के साथ वेलेंटाइन ऐतिहासिक रूप से मनाते थे ,,कृष्ण कन्हैया कहलाते थे ,,खूब हँसते खूब मुस्कुराते थे ,,उनके दिल में इधर उधर की दर्जनों नहीं सैकड़ों वेलेंटाइन फियांसिया ठसाठस भरी थी ,,लेकिन आज के दिन सोलाह साल पहले हमारे सास ससुर ने इन जनाब को हज्जानी वफरा के खूंटे से बाँध दिया ,,,,,,,,,बस फिर किया था हज्जानी वफरा ने कुछ प्यार दिया ,,कुछ डांट लगाई कुछ हज़ारा पढ़कर दुआ मांगी और चमत्कारिक तरीके से आरिफ खान का वेलेंटाइन फियांसियों से ठसाठस भरा दिल खाली हो गया और अब माशा अल्लाह यह खुद अकेली इनके दिल पर दिमाग पर राज कर रही है ,,,,,,,,पुरे नो सो चूहे खाए भी नहीं के हज करवा दिया और सभी ख्वाहिशो ,,शैतानियों ,,चाहतों पर ब्रेक लगवा दिया ,,खुद भी हज्जानी है अब नमाज़ पढ़ो ,,इबादत करो ,,ना काहू से दोस्ती ना काहू से बेर का पाठ पढ़ो ,,मस्त रहो ,,एक हाजी और हज्जानी की तरह सभी से विनम्रता और सब्र ,,अखलाक़ से पेश आओ बस लेकिन फिर भी हज्जानी साहिब की खासियत है के ,,,,,,आरिफ का रिमोट हमारी मझली साली जो हमारी कज़िन भी है उनके हाथ में है ,,वोह रिमोट से ही इन्हे चलाती है ,,उठाती है ,,बिठाती है ,,हंसाती है ,,बुलवाती है ,,इशारों पर नचाती है ,,कभी कभार रिमोट के सेल खराब हो जाए तो बात कुछ और है लेकिन शुक्र खुदा का है के रिमोट के सेल खुद ब खुद रीचार्ज हो जाते है और फिर वही रिमोट की सरकार ,,,,,अच्छी बात है ,,एक जेलर ,,एक हंटरवाली को इनको काबू में करने के लिए क्या क्या जतन करना पढ़े होंगे सोचने की बात है ,,,,हालात यह है के यह मासूम सा चेहरा सिर्फ और सिर्फ इनकी शरीके हयात का दीवाना है ,,इन्हे अब स्त्रीलिंग की तरफ देखने ,,उसके बारे सोचने की भी इजाज़त नहीं ,,,,हालत यह हो गए है के स्त्रीलिंग के रूप में चींटी ,,मक्खी ,,चिड़िया ,,,,,कबूतरी ,,छिपकली जो भी हो इनकी मजाल क्या के यह उनकी तरफ देख भी ले ,,,,,,,,,आज मेरे प्यारे प्यारे मासूम मंझले साले जो सलेज साहिबा की उम्र क़ैद में है उनकी शादी की सोलहवीं सालगिरह है ,,,इनके लिए जश्न का दिन है लेकिन पूरी दुनिया आज ख़ुशी से झूम रही है ,,ख़ुशी से नाच रही है ,,,,,,पूरी दिल्ली बदल रही है ,,सुधर रही है ,,,,ऐसे खुशनुमा दिन को मेरे साले आरिफ उमर इनकी शरीके हयात वफरा हज़ारा मैजिक वूमेन भी इस दिन को सभी को खुशियों में शामिल कर यादगार बना रहे है ,,,खुदा आरिफ और वफरा की जोड़ी ताउम्र सह्त्याबी और उम्रदराज़ी के साथ सलामत रखे ,,,यूँ ही खिलखिलाते रहे ,,महकते रहे ,,चहकते रहे ,,,,,दुनिया की हर ख़ुशी ,,हर दौलत ,,हर कामयाबी इन्हे मिले ,,इनकी हर दुआ क़ुबूल हो इनकी हर क्ख्वाहिश पूरी हो ,,, एक बार फिर इस लाजवाब खूबसरत जोड़ी को शादी की सालगिरह मुबारक बधाई ,,,,,खुदा इन्हे हर बुरी नज़र से बचाये ,,,आमीन सुम्मा आमीन ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...