क़लम को
आंसुओं की
रोशनाई में डुबोकर
मेने इस कोरे
सफेद कागज़ पर
प्यार लिखा था
तुम्हारी आँखों में
तुम्हारे दिल में
नफरत थी
इसलिए तुम्हे
मेरा प्यार
दिखा ही नहीं ,,,,,अख्तर
आंसुओं की
रोशनाई में डुबोकर
मेने इस कोरे
सफेद कागज़ पर
प्यार लिखा था
तुम्हारी आँखों में
तुम्हारे दिल में
नफरत थी
इसलिए तुम्हे
मेरा प्यार
दिखा ही नहीं ,,,,,अख्तर
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