हमारे देश में कुछ लोग कहते है के आर एस एस यानी राष्ट्रीय स्वम सेवक संघ
राष्ट्रवादी संगठन है में भी इसी विचार का हूँ ,,में भी आर एस एस को
राष्ट्रवादी संगठन मानता हूँ ,,,लोग कहते है आर एस एस ने राष्ट्रपिता
महात्मा गांधी की हत्या की ,,,हत्यारों की मदद की ,,,,,आर एस एस मिलावट
खोरों ,,जमाखोरों ,, कुर्सी के लालचियों ,,,,बेईमानो को समर्थन देकर अपने
लोगों को प्रधानमंत्री और मंत्री बनवाती है ,,,,लेकिन में ऐसा नहीं मानता
,,,में आर एस एस को राष्ट्रभक्त और देश के लिए सब कुछ क़ुर्बान कर देने
वाला मानता हूँ ,,,में आर एस एस को देश के संविधान के प्रति समर्पित मानता
हूँ ,,,में आर एस एस को देश के क़ानूनो के प्रति समर्पित मानता हूँ ,,,में
आर एस एस को भाईचारा सद्भावना के प्रति समर्पित मानता हूँ ,,,में मानता हूँ
के आर एस एस राम मंदिर में चंदे के घोटाले में किसी के साथ नहीं है ,,में
मानता हूँ आर एस एस मुफ़्ती सईद जिसकी बिटिया का अपहरण करवाकर आतंकवादी
छोड़ने का आरोप है ,,,कश्मीर में 370 का मुद्दा छोड़ने पर आर एस एस भाजपा का
साथ छोड़ देगी ,,,जो लोग भाजपा में मंत्री बने है उनसे आर एस एस खुद को अलग
कर लेगी ऐसा मानता हूँ क्योंकि आर एस एस समाजसेवी राष्ट्रभक्त संगठन है
,,,,आर एस एस की इन खूबियों की वजह से में प्रभावित हूँ और में भी चाहने
लगा के में आर एस एस का सदस्य बनूँ ,,,,आर एस एस के लोगों के साथ शाखा में
जाऊं ,,,देश को गद्दार ,,बेईमान ,,जमाखोर ,,मिलावटखोरो झूंठे और मक्कारों
से बचाऊँ ,,,मेने पढ़ा है के देश का कोई बिना विधान के नहीं चलेगा जिसका
फंड होगा ,, सदस्य्ता शुल्क होगी ,,,रूपये की आमद खर्च का हिसाब ऑडिट होगा
,, चुनाव होगा एक विधान सरकार के दफ्तर में मान्यता रखने वाला होगा
,,,,,,मेने अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री काल से जब कंधार में भाजपा
के मंत्री महोदय हाफिज सईद को भारत की जेल से रिहा करवा कर छोड़कर आये थे
तब से मेने आर एस एस के संविधान को तलाशा ,,रूपये लेकर सदस्य बनने के लिए
रसीद बुक तलाशी ,,,,आर एस एस में कैसे निर्वाचन होता है ,,,,,कैसे बैठकें
होती है ,,इसका विधान भारत के कोनसे क़ानूनी रूप से स्थापित कार्यालय में
रजिस्टर्ड है तलाशा नहीं मिला ,,,ज़रिये नोटिस खुद को सदस्य बनाने की
प्रार्थना की ,,,,कोई विधान नहीं मिला ,,वर्ष में कितनई आमद होती है
,,कितना खर्च होता है मूल आर एस एस का ब्योरा नहीं मिला ,,,सदस्य्ता के
लिए किया मापदंड निर्धारित है ,,पदाधिकारियों के चुनाव कैसे होंगे ,,कोन
वोट डालेगा प्रक्रिया नहीं मिली ,,,आज भी में इस राष्ट्रवादी संगठन का
सदस्य बनने के लिए यह वैधानिक प्रक्रियाएं तलाश रहा हूँ ताकि में भी आर एस
एस का सदस्य बनकर राष्ट्रवादी बन सकूँ ,,देश की निस्वार्थ भाव से खिदमत कर
सकूँ लेकिन में बेबस हूँ लाचार हूँ अब तक इस संगठन का मुझे विधान नहीं
मिला ,,यह संगठन भारत द्वारा क़ानूनी रूप से स्थापित किस कार्यालय में
पंजीकृत है मुझे जानकारी नहीं मिली इसलिए में अब तक इस संगठन का सदस्य नहीं
बन सका ,,,,,लेकिन में आशान्वित हूँ आर एस एस राष्ट्रवादी संगठ्ठन
है,,,भारत में सुख शांति का प्रचारक है ,,भारत के संविधान की रक्षा करने
वाला है ,,,इसीलिए में आर एस एस को राष्ट्रवादी कहकर ज़िंदाबाद कहता हूँ
,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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