ऐ सियासत
तूने यह कैसा
मेरा हिन्दुस्तान कर दिया
आज अधेड़ उम्र में मुझे
मेरे हिन्दू मित्र ने
बातों ही बातों में
खुद को हिन्दू
मुझे मुसलमान कर दिया ,,,
में इंसान था
में महान था
यह क्या किया
ऐ सियासत तूने
क़त्ल ऐ इंसान कर दिया
हिन्दू को हिन्दू
मुसलमान को मुसलमान कर दिया
ऐ सियासत तूने
क़त्ल ऐ इंसान कर दिया
प्यार ,,मोहब्बत दोस्ती में
कॉम ,,मज़हब ,नहीं होता है
मेरे दोस्त के ऐसे अजीब सवाल ने
मुझे आज परेशान कर दिया ,,,अख्तर
तूने यह कैसा
मेरा हिन्दुस्तान कर दिया
आज अधेड़ उम्र में मुझे
मेरे हिन्दू मित्र ने
बातों ही बातों में
खुद को हिन्दू
मुझे मुसलमान कर दिया ,,,
में इंसान था
में महान था
यह क्या किया
ऐ सियासत तूने
क़त्ल ऐ इंसान कर दिया
हिन्दू को हिन्दू
मुसलमान को मुसलमान कर दिया
ऐ सियासत तूने
क़त्ल ऐ इंसान कर दिया
प्यार ,,मोहब्बत दोस्ती में
कॉम ,,मज़हब ,नहीं होता है
मेरे दोस्त के ऐसे अजीब सवाल ने
मुझे आज परेशान कर दिया ,,,अख्तर
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